जयपुर. प्रदेश में लोकसभा चुनाव पूरे होने के बाद जयपुर जिला निर्वाचन विभाग मतगणना की तैयारी में जुट गया है. ओटीएस में अधिकारियों को मतगणना के लिए ट्रेनिंग भी दी जा रही है. यहां एक आदर्श मतगणना कक्ष भी बनाया गया है जो सभी के लिए आकर्षण का केंद्र है.
आदर्श मतगणना कक्ष में सुविधाओं की विशेष व्यवस्था की गई है. आईटी प्रभारी रितेश कुमार शर्मा ने बताया कि आदर्श मतगणना कक्ष मे वीवीपैट काउंटिंग बूथ भी बनाया गया है. जहां पांच बूथों की ईवीएम मशीन के वोटों की गणना वीवीपैट मशीन की पर्चियों से की जाएगी. इस कक्ष को जालियों से कवर किया गया है अंदर टेबल लगाई गई है. कर्मचारियों के बैठने की उचित व्यवस्था है. आदर्श मतगणना कक्ष में ईटीपीबीएस वोटरों के वोट गिनती करने के लिए एक अलग से टेबल लगाई गई है. यहां एक लैपटॉप के साथ क्यूआर कोड स्केनर भी लगाया गया है. इस क्यूआर कोड स्कैनर से ईटीपीबीएस वोटों की गिनती की जाएगी. ईटीपीबीएस की सुविधा सर्विस वोटरों को दी गई है जो आम फोर्स्ड में काम कर रहे हैं.
रितेश कुमार शर्मा ने बताया कि ईटीपीबीएस में 3 पार्ट होते हैं-13 a, 13 b, 13 c. इन सभी पर पर लगे क्यूआर कोड लगे रहते हैं. क्यूआर स्केनर से ईटीपीबीएस की. सत्यता और वैलिडिटी की जांच की जाती है । इसके बाद ही ईटीपीबीएस वोट काउंट किये जायेंगे. 13 बी लिफाफे में पोस्टल बैलट होगा और फिर उस पोस्टल बैलट को पोस्टल बैलट काउंटर पर भेजा जाएगा जहां उसकी मतगणना की जाएगी. इसके बाद ईवीएम मशीनों के वोटों की गिनती की जाएगी. आपको बता दें कि ईटीपीबीएस के वोटों की गिनती लोकसभा चुनाव में पहली बार क्यूआर स्केनर से की जा रही है. इससे पहले क्यू आर स्केनर से ईटीपीबीएस की गणना गत विधानसभा चुनाव में की गई थी. सभी जगह इस तरह का मतगणना कक्ष बनाने का निर्णय आरओ स्तर पर लिया जाएगा. रितेश कुमार शर्मा ने बताया कि निर्वाचन आयोग का निर्देश है कि मतगणना कक्ष में सभी सुविधाएं हो. कर्मचारियों और एजेंटों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो और उन्हें बाहर नहीं जाना पड़े.