जयपुर. चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे कर्मचारी संगठन अब सरकार के ऊपर 4 साल पहले किए गए वादों को पूरा करने का दबाव बनाने लगे हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने राजधानी जयपुर में हुकार रैली निकाली. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की नाराजगी है कि (Jaipur Hunkar Rally) सरकार ने 4 साल पहले जो वादा उनसे किया था, उस वादे को अब तक भी पूरा नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि नियमित करने सहित अन्य वादों को याद दिलाने के लिए यह हुंकार रैली निकाली गई है.
यहां दिखाई ताकत : नियमित करने और मानदेय बढ़ाने सहित 11 सूत्री मांगों को लेकर बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सिविल लाइंस फाटक एकत्रित हुई और सरकार को ज्ञापन सौंपा. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अखिल भारतीय मजदूर संगठनों का भी समर्थन मिला है. बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इस हुंकार रैली में शामिल हुई आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के कोषाध्यक्ष कल्पना मिश्रा ने कहा कि सरकार ने जो 4 साल पहले वादा किया था उस वादे को सरकार ने अब तक पूरा नहीं किया.
आंगनबाड़ कार्यकर्ता सरकार से नियमितीकरण की मांग कर रही हैं और जब तक नियमितीकरण (Demand of Anganwadi Workers) नहीं हो तब तक मानदेय 18000 रुपये करने की मांग है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले वादा किया था कि वह आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नियमित करेंगे, लेकिन सरकार ने अपना वादा पूरा नहीं किया. इस हुंकार रैली के जरिए सरकार को यह चेताया जा रहा है कि सरकार अपने आने वाले बजट में इसकी घोषणा करे, नहीं तो 2023 के चुनाव में प्रदेश यह एक लाख से ज्यादा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कांग्रेस को सबक सिखाएगी.
ये प्रमुख मांगें जिनको लेकर हल्ला बोला :
- आंगनबाड़ी कर्मियों को नियमित किया जाए. सेवा नियम बनाए जाएं और आगनबाड़ी कर्मियों का केन्द्र समय के बाद गृह सम्पर्क का समय आंगनबाड़ी पाठशाला के समय अवधि में ही मर्ज किया जाए या 4 घंटे के केन्द्र संचालन समय. 2 घंटे गृह सम्पर्क को जोड़कर कार्य अवधि 6 घंटे कर दिया जाएं.
- नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में आगनबाड़ी कर्मियों को योग्यता व वरीयता के आधार पर लिया जाय. नई एनटीटी की मर्ती नहीं की जाकर आंगनबाड़ी कर्मियों को सेवा में रहते प्रशिक्षण करवाकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति में वरीयता दी जाए या डी.ई.एल.ई.डी. का प्रशिक्षण करवाया जाए.
- सेवानिवृति पर एक मुश्त राशि, पेंशन दी जाए.
- आंगनबाड़ी कोटे से महिला पर्यवेक्षक की विज्ञप्ति शीघ्र जारी की जाए और महिला कर्मियों की श्रेणी बनाई जाए, जिसमें कुशल, अर्द्ध कुशल के साथ कुशलता के आधार पर वरीयता दी जाए.
- आगनबाड़ी कार्यकर्ता को पोषण ट्रेकर एप्लीकेशन पर लाइव लोकेशन दर्ज करने के लिए आदेशित किया गया है, लेकिन अधिकतर आंगनबाड़ी केन्द्र ग्रामीण क्षेत्र में संचालन होने के कारण वहां नेटवर्क उपलब्ध नहीं होता. जिस कारण मानदेय कार्मिक केन्द्र पर उपस्थित होते हुए भी अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कर पाती हैं. इसलिए कार्यकर्ता को लाइव लोकेशन दर्ज करने हेतु पाबंद नहीं किया जाना चाहिए.