जयपुर: कलक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को जिला स्तरीय जनसुनवाई का आयोजन हुआ. इसमें बड़ी संख्या में लोग अपनी फरियाद लेकर जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी के सामने पहुंचे. इस जनसुनवाई में 138 फरियादी अपनी समस्या लेकर आए. इसमें से 14 मामलों का हाथों हाथ जिला कलेक्टर ने निपटारा कर दिया. जनसुनवाई के दौरान अधिकतर फरियादी पुलिस की कार्यशैली से नाराज दिखे.
जनसुनवाई में 54 प्रकरण राजस्व से जुड़े और 84 प्रकरण अलग अलग विभाग से जुड़े आए. सबसे ज्यादा फरियादी पुलिस की कार्यशैली से परेशान होकर पहुंचे. फरियादियों का कहना था कि पुलिस उनके मामलों की सुनवाई नहीं करती. उन्हें न्याय मिलना तो दूर की बात है. पुलिस इन्हें परेशान भी करती है. जनसुनवाई में एक महिला ने तो पुलिस की कार्यशैली से परेशान होकर यहां तक कह दिया कि यदि हमें न्याय नहीं मिला तो आत्महत्या करने की नौबत आ जाएगी. इसके बाद कलक्टर ने उन्हें समझाया और संबंधित अधिकारी से फोन पर भी बात की.
जिला कलेक्टर डॉ जितेन्द्र कुमार सोनी ने फरियादियों की सुनवाई करते हुए मौके पर मौजूद अफसरों को निस्तारण के निर्देश दिए. जनसुनवाई में अतिक्रमण हटवाने, पेयजल व्यवस्था, खेत से रास्ता खुलवाने, सड़क, बिजली कनेक्शन लगवाने, जमीन विवाद, पट्टा दिलवाने, लोन माफ करवाने सहित विभिन्न विषयों से संबंधित शिकायतें लेकर लोग पहुंचे. कलेक्टर ने कहा कि राज्य सरकार की भावना के अनुरूप आमजन को अधिक से अधिक राहत देने के लिए सभी विभाग-अधिकारी मिलकर काम करें, ताकि जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आमजन को मिल सके.
जब चौंके जिला कलक्टर: जनसुनवाई के दौरान जयपुर पश्चिम जिले के करणी विहार और करधनी थाने के अधिकतर मामलों के सामने आने के बाद जिला कलक्टर डॉ जितेंद्र कुमार सोनी भी चौंक गए. उन्होंने कहा कि अब तक कि जनसुनवाई में इन थानों के ही अधिकतर मामले सामने क्यों आ रहे हैं, जिसमें आमजन परेशान है. इस पर जिला कलक्टर ने पुलिस कमिश्नर को भी फोन करके इस मामले से अवगत कराया. साथ ही मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी को भी संबंधित मामलों को देखने के निर्देश दिए.
किराएदार पर परेशान करने का आरोप: जनसुनवाई के दौरान एक ऐसा मामला भी सामने आया, जिसमें परिवादी को उस डिपार्टमेंट पर ही विश्वास नहीं था, जिसमें वह काम कर रहा है. दरअसल कर्मचारी ने अपना एक मकान एक महिला को किराए पर दिया था. महिला भी सरकारी कर्मचारी है. परिवादी का आरोप है कि महिला और उसका पुत्र कॉलोनी वासियों को परेशान कर रहे है और गलत काम में लिप्त है. इसके लिए उसने कई बार पुलिस को भी शिकायत की, लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. उसने भी जनसुनवाई में पुलिस की कार्यशैली को लेकर नाराजगी भी जताई. जब जब कलक्टर ने परिवादी से कहा कि वह अपना मकान वापस लेने के लिए सिविल कोर्ट में वाद दायर करें तो उसने मना कर दिया. उसने कहा कि वह ज्यूडिशियल डिपार्टमेंट में काम करता है और आज यदि वह केस करेगा तो उसकी कई पीढ़ियों तक वह मामला चलेगा. जब पुलिस अपनी कार्रवाई करेगी, तब महिला उसका मकान भी खाली कर देगी.