जयपुर. रंगों का त्योहार होली राजधानी जयपुर में बड़े उत्साह के साथ मनाया गया. गुलाबी नगरी में होली और धुलंडी का त्योहार सेलिब्रेट करने के लिए विदेशी सैलानी भी पहुंचे. मंगलवार को जयपुर की खासा कोठी होटल में 3 साल बाद फिर से धुलंडी फेस्टिवल आयोजित किया गया. यहां विदेशी सैलानी होली के रंगों से सराबोर नजर आए. सैलानी एक दूसरे को रंग लगाकर फेस्टिवल का लुत्फ उठाते नजर आए.
डीजे की धुन पर सैलानी जमकर नाचे : करीब 3 साल बाद एक बार फिर पर्यटन विभाग की ओर से विदेशी सैलानियों के लिए होली फेस्टिवल का आयोजन किया गया है. होली फेस्टिवल कार्यक्रम में सैलानियों में काफी उत्साह नजर आया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटकों ने जमकर होली खेली. फिल्मी, गैर फिल्मी और राजस्थानी गानों की धुन पर विदेशी सैलानियों ने जमकर डांस किया. सैलानियों ने थिरकते हुए एक दूसरे को रंग-गुलाल लगाया. इस मौके पर विदेशी सैलानी पूरी तरह राजस्थानी रंग में सराबोर नजर आए. पर्यटकों ने राजस्थानी व्यजंनों का भी लुत्फ लिया. फेस्टिवल के लिए पर्यटन विभाग की ओर से पर्यटकों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे.
पढ़ें. Jaipur Police On Holi: होली पर सुरक्षा के माकूल इंतजाम, हुड़दंगियों को नहीं बख्शेगी पुलिस
लोक कलाकार के साथ थिरके सैलानी : पर्यटन विभाग के उपनिदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत के मुताबिक धुलंडी फेस्टिवल में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए. विदेशी सैलानियों को कालबेलियां नृत्य, मयूर नृत्य, कच्ची घोड़ी नृत्य और लंगा मांगणियार कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से थिरकने पर मजबूर कर दिया. रंग-बिरंगी गुलाल के रंगों में रंगे पर्यटक, होली त्योहार की परम्पराओं और लोक गायन के बीच राजस्थान पर्यटन की आवभगत से भी रूबरू हुए.
उपेंद्र सिंह शेखावत के मुताबिक संपूर्ण रूप से विदेशी सैलानियों के लिए आयोजित किए जाने वाले इस फेस्टिवल में तकरीबन 2000 से अधिक सैलानी पहुंचे. दो साल से कोरोना के चलते फेस्टिवल का आयोजन नहीं हो पाया था. धुलंडी फेस्टिवल का आयोजन तीन वर्ष बाद किया गया है. इस फेस्टिवल का उद्देश्य विदेशी सैलानियों को 'होली के रंग, सुरक्षा के संग' का अहसास करवाना है. होली खेलने के लिए विभाग की ओर से सैलानियों को विशेष गुलाल उपलब्ध करवाई गई.
भरतपुर में भी होला का जश्न : नदबई कस्बे सहित ग्रामीण क्षेत्र में रंगों का त्योहार होली बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. लोग एक दूसरे को रंग व गुलाल लगाकर होली की बधाई दे रहे हैं. बाजारों में मिल रही विभिन्न तरह की पिचकारी बच्चों को आकर्षित कर रही है. कस्बे के कुम्हेर रोड स्थित श्री खाटू श्याम मंदिर पर श्याम मंडल कमेटी की ओर से भी आज होली पर विशेष इंतजाम किए गए. बाबा श्याम के दर्शन करने के लिए सुबह से ही भक्तों का मंदिर में तांता लगा हुआ है.
जैसलमेर में फूलों की होली : होली के अवसर पर पोकरण के रामदेवरा में जन-जन के आराध्य देवता बाबा रामदेव की समाधि स्थल का पुष्कर से आए कारीगरों ने 800 किलो के फूलों से विशेष रूप से श्रंगार किया. हजारों श्रद्धालु समाधि के दर्शन करने के लिए रामदेवरा पहुंचे. इस अवसर पर भक्तों ने बाबा रामदेव समाधि स्थल प्रवेश द्वार के पास फूलों की होली का आयोजन किया. इसमें एक दूसरे पर पुष्प वर्षा कर होली मनाई गई.
चित्तौड़गढ़ में निकाली गई शोभायात्रा : मेवाड़ के प्रसिद्ध कृष्ण धाम मंडफिया स्थित श्री सांवरिया सेठ में मंगलवार को राजभोग आरती के पश्चात ठाकुर जी को बेवाण में विराजित करवा कर शोभायात्रा निकाली गई. मंदिर बोर्ड के चेयरमैन भेरू लाल गुर्जर पुजारी एवं भक्त चंवर ढुलाते चल रहे थे. भक्तों ने ठाकुर जी के साथ अबीर से जमकर होली खेली. मंदिर परिसर के साथ पूरा कस्बा रंग बिरंगा नजर आया. करीबन 50,000 हजार भक्त फुल डोल में शामिल हुए.