जयपुर. पूरे देश में शुक्रवार को धनतेरस के साथ ही दीपोत्सव की शुरुआत हो गई. यह पर्व अब तक डल चल रहे बाजार में बूम लेकर आया है. इसमें भी सबसे बड़े कारोबार के रूप में ऑटोमोबाइल्स उभर कर आया है. धनतेरस के मौके पर जहां टू व्हीलर, फोर व्हीलर और इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदने के लिए लोगों में उत्साह दिखा. वहीं, इसके संचालन में किसी तरह का विघ्न न आए, इसके लिए लोग अपने वाहनों की पूजा कराने के लिए प्रथम पूज्य के दर पर पहुंचे. राजधानी सहित प्रदेश भर के बाजारों में धनतेरस पर रौनक देखने को मिली. सोने-चांदी से लेकर ऑटोमोबाइल्स तक की लोगों ने जमकर खरीदारी की.
10 हजार करोड़ के व्यापार होने की संभावना : मार्केट एक्सपर्ट्स की मानें तो इस बार धनतेरस और दीपोत्सव के दौरान करीब 10 हजार करोड़ के व्यापार होने की संभावना है. हालांकि, ज्वेलर्स, कपड़ा, इलेक्ट्रॉनिक व्यापारियों ने पिछले साल की तुलना में इस बार कारोबार कम होने का आकलन किया है, लेकिन ऑटोमोबाइल सेक्टर में पिछली बार की तुलना में इस बार भारी बूम आया है. जिसने बाजार को मजबूत किया है.
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लोगों का रुझान इको फ्रेंडली व्हीकल पर : फोर व्हीलर मार्केट से जुड़े गजेंद्र सिंह ने बताया कि बाजार अच्छा रेस्पॉन्ड कर रहा है. दीपावली पर मार्केट में जिस तरह की डिमांड आ रही है. अकेले जयपुर में 1000 करोड़ ऑटोमोबाइल सेक्टर का बिजनेस रहने वाला है और यही आंकड़ा यदि राजस्थान का निकले तो करीब 2200 करोड़ के वाहनों की बिक्री होगी. इसके अलावा इलेक्ट्रिक सेगमेंट में भी गाड़ियों की काफी डिमांड है. दिन-प्रतिदिन इलेक्ट्रिक व्हीकल की ग्रोथ बढ़ती जा रही है. ऐसे में लोगों का रुझान इको फ्रेंडली व्हीकल पर भी है.
वाहनों की दोगुनी डिमांड : वहीं, टू व्हीलर मार्केट से जुड़े संजीव आकड़ ने बताया कि इस सीजन में ऑटोमोबाइल बाजार तेजी से उभरा है, जहां एक काउंटर से पिछले साल 100 गाड़ी बेची गई थी वहां इस बार दोगुनी डिमांड है. इसके बाद भी शॉर्टेज है. यदि कंपनी पूरा प्रोडक्ट पहुंचाए तो ये आंकड़ा तीन गुना तक भी जा सकता है. हालांकि, बेसिक प्रोडक्ट पर इलेक्ट्रिक व्हीकल ने सेंधमारी है, लेकिन प्रीमियम और स्टैंडर्ड सेगमेंट में लगातार ग्रोथ है.
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इलेक्ट्रिक व्हीकल बाजार पर पड़ा असर : हालांकि, यह बात भी स्पष्ट है कि जो लोग इलेक्ट्रिक व्हीकल लेना चाहते हैं, वो किसी बड़ी कंपनी का इस दौड़ में शामिल होने का इंतजार कर रहे हैं. साथ ही गवर्नमेंट की ओर से जो सब्सिडी खत्म की गई है, उसका भी इलेक्ट्रिक व्हीकल बाजार पर असर पड़ा है. फिर भी ओवर ऑल करीब 2000 से 2200 करोड़ का बाजार रहने की संभावना है.
2000 से ज्यादा वाहनों की आरसी प्रिंट : वहीं, जिन लोगों ने टू व्हीलर और फोर व्हीलर परचेज किया वो अपने नए वाहन को लेकर प्रथम पूज्य के दर पर पूजा करने पहुंचे. शहरवासियों की मानें तो प्रथम पूज्य हर विघ्न को हरते हैं और घर में कोई भी शुभ कार्य करने से पहले उन्हीं के दर पर माथा टेकने पहुंचते हैं. आरटीओ से मिली जानकारी के अनुसार हर वर्ष दीपावली के समय सबसे ज्यादा वाहनों की बिक्री होती है. इन दिनों हर दिन करीब 2000 से ज्यादा वाहनों की आरसी प्रिंट हो रही है.