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मृत नवजात मामले में महिला अस्पताल को क्लीन चिट के साथ चिकित्सा मंत्री ने दी नई सौगातें - Clean chit to Mahila Hospital in newborn body case

चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने जयपुर के महिला चिकित्सालय के बाहर मिले मृत नवजात के मामले में अस्पताल को क्लिन चीट दे दी (Clean chit to Mahila Hospital in newborn body case) है. उनका कहना है कि बच्चा अस्पताल का नहीं था. मंत्री ने महिला अस्पताल को नवनिर्मित आईसीयू, एचडीयू और लेबर रूम की सौगात दी.

Health minister Parsadi Lal Meena gave clean chit to Mahila Hospital in newborn body case
मृत नवजात मामले में महिला अस्पताल को क्लीन चिट के साथ चिकित्सा मंत्री ने दी नई सौगातें
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Published : Nov 23, 2022, 8:52 PM IST

जयपुर. राजधानी के सांगानेरी गेट स्थित महिला चिकित्सालय को मृत नवजात प्रकरण में क्लीन चिट के साथ चिकित्सा मंत्री ने नई सौगातें दीं. बुधवार को महिला अस्पताल पहुंच चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने नवनिर्मित आईसीयू, एचडीयू और लेबर रूम की सौगात दी. यहां उन्होंने प्रदेश सरकार की चिरंजीवी योजना को देश में लागू करने के लिए पीएम से अपील की. वहीं महिला चिकित्सालय के बाहर मिले मृत नवजात को लेकर चिकित्सा मंत्री ने अस्पताल प्रशासन को क्लीन चिट देते हुए कहा (Parsadi lal meena on dead newborn found in Jaipur) कि जांच में सामने आया है कि बच्चा अस्पताल का नहीं था. पता नहीं वो मृत बच्चा कहां से आया.

कार्यक्रम में चिकित्सा मंत्री ने कहा कि सरकार ने पिछले 4 सालों में सभी क्षेत्रों विशेषकर चिकित्सा सेवाओं में अभूतपूर्व कार्य किए हैं. पिछले 4 वर्षों में आधारभूत चिकित्सा सेवाओं में अभूतपूर्व प्रगति हुई है. राजस्थान का यूनिर्वसल हैल्थ केयर मॉडल देश के साथ विदेश में भी बेहतरीन मॉडल के तौर पर अपनी पहचान स्थापित कर रहा है. फ्री आईपीडी और ओपीडी सेवाएं शुरू करने के साथ ही राजकीय चिकित्सा संस्थानों में इलाज के लिए आने वालों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है.

पढ़ें: Newborn Thrown With Garbage In Churu: नगर परिषद के ऑटो टिपर में कचरे के साथ फेंका नवजात, कचरा बीनने वालों ने पुलिस को दी सूचना

इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के सभी चिकित्सा संस्थानों में आधारभूत सेवाओं में भी जबरदस्त बढ़ोतरी की गई है और इसी का परिणाम है कि सक्षम लोग भी सरकारी अस्पतालों में इलाज करवाने को प्राथमिकता देते हैं. उन्होंने कहा कि महिला अस्पताल में आईसीयू, एचडीयू और लेबर रूम की सेवाओं के विस्तार से जयपुर के साथ-साथ प्रदेश के अन्य जिलों से आने वाली प्रसूताओं को बेहतरीन और समयबद्ध चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त होगी.

पढ़ें: Newborn Girl Found In Bag: चांदपोल चर्च के बाहर बैग में मिली 7 माह की मृत नवजात

इन सेवाओं में हुआ विस्तार: अस्पताल में 12 बैड के नयी आईसीयू विंग की सुविधा आमजन को मिलेगी. इससे अस्पताल में प्रसूताओं के लिए कुल आईसीयू बैडों की संख्या 36 हो जाएगी. इसके साथ ही 8 बैड के एचडीयू विंग का निर्मित होने से ऐसी प्रसूताओं को विशेष सुविधा मिलेगी, जिन्हें आईसीयू से तो शिफ्ट कर दिया गया है. लेकिन उन्हें विशेष निगरानी में रखा जाना आवश्यक है. इसके साथ ही 5 बैड का नया सेप्टिक लेबर रूम गंभीर प्रसूताओं के लिए डेडिकेटेड होगा.

पढ़ें: जेके लोन अस्पताल में मृत नवजात पैदा होने के मामले में राजस्थान सरकार ने मांगी रिपोर्ट

चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा के साथ खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और आदर्श नगर विधायक रफीक खान भी मौजूद रहे. इस दौरान खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान का यूनिवर्सल हैल्थ केयर मॉडल भारत में ही नहीं वरन विश्व में अपनी विशिष्ट पहचान रखता है. राजस्थान एक मॉडल स्टेट के तौर पर अपनी पहचान स्थापित कर रहा है. चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना आमजन के लिए संजीवनी साबित हो रही है.

जयपुर. राजधानी के सांगानेरी गेट स्थित महिला चिकित्सालय को मृत नवजात प्रकरण में क्लीन चिट के साथ चिकित्सा मंत्री ने नई सौगातें दीं. बुधवार को महिला अस्पताल पहुंच चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने नवनिर्मित आईसीयू, एचडीयू और लेबर रूम की सौगात दी. यहां उन्होंने प्रदेश सरकार की चिरंजीवी योजना को देश में लागू करने के लिए पीएम से अपील की. वहीं महिला चिकित्सालय के बाहर मिले मृत नवजात को लेकर चिकित्सा मंत्री ने अस्पताल प्रशासन को क्लीन चिट देते हुए कहा (Parsadi lal meena on dead newborn found in Jaipur) कि जांच में सामने आया है कि बच्चा अस्पताल का नहीं था. पता नहीं वो मृत बच्चा कहां से आया.

कार्यक्रम में चिकित्सा मंत्री ने कहा कि सरकार ने पिछले 4 सालों में सभी क्षेत्रों विशेषकर चिकित्सा सेवाओं में अभूतपूर्व कार्य किए हैं. पिछले 4 वर्षों में आधारभूत चिकित्सा सेवाओं में अभूतपूर्व प्रगति हुई है. राजस्थान का यूनिर्वसल हैल्थ केयर मॉडल देश के साथ विदेश में भी बेहतरीन मॉडल के तौर पर अपनी पहचान स्थापित कर रहा है. फ्री आईपीडी और ओपीडी सेवाएं शुरू करने के साथ ही राजकीय चिकित्सा संस्थानों में इलाज के लिए आने वालों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है.

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इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के सभी चिकित्सा संस्थानों में आधारभूत सेवाओं में भी जबरदस्त बढ़ोतरी की गई है और इसी का परिणाम है कि सक्षम लोग भी सरकारी अस्पतालों में इलाज करवाने को प्राथमिकता देते हैं. उन्होंने कहा कि महिला अस्पताल में आईसीयू, एचडीयू और लेबर रूम की सेवाओं के विस्तार से जयपुर के साथ-साथ प्रदेश के अन्य जिलों से आने वाली प्रसूताओं को बेहतरीन और समयबद्ध चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त होगी.

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इन सेवाओं में हुआ विस्तार: अस्पताल में 12 बैड के नयी आईसीयू विंग की सुविधा आमजन को मिलेगी. इससे अस्पताल में प्रसूताओं के लिए कुल आईसीयू बैडों की संख्या 36 हो जाएगी. इसके साथ ही 8 बैड के एचडीयू विंग का निर्मित होने से ऐसी प्रसूताओं को विशेष सुविधा मिलेगी, जिन्हें आईसीयू से तो शिफ्ट कर दिया गया है. लेकिन उन्हें विशेष निगरानी में रखा जाना आवश्यक है. इसके साथ ही 5 बैड का नया सेप्टिक लेबर रूम गंभीर प्रसूताओं के लिए डेडिकेटेड होगा.

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चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा के साथ खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और आदर्श नगर विधायक रफीक खान भी मौजूद रहे. इस दौरान खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान का यूनिवर्सल हैल्थ केयर मॉडल भारत में ही नहीं वरन विश्व में अपनी विशिष्ट पहचान रखता है. राजस्थान एक मॉडल स्टेट के तौर पर अपनी पहचान स्थापित कर रहा है. चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना आमजन के लिए संजीवनी साबित हो रही है.

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