कोटा: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra in Rajasthan) को लेकर प्रशासन भी सतर्क हो गया है. हालांकि, कांग्रेस के नेता इसे केवल पार्टी की ही यात्रा बता रहे हैं. साथ ही दावा कर रहे हैं कि इस यात्रा में सरकारी मशीनरी का उपयोग नहीं किया जा रहा है. लेकिन इसके उलट हकीकत यह है कि अब यात्रा को सफल बनाने के लिए सरकारी तंत्र को पूरी तरह से एक्टिव (Government machinery engaged in persuading farmers) कर दिया गया है. वहीं, निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी तरह की कोई कोताही न बरती जाए, वरना संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा. वहीं, बिजली, पानी, सड़क, खाद और स्वास्थ्य विभाग के मंत्री व वरिष्ठ अधिकारी यहां दौरा करके गए हैं. साथ ही यात्रा के दौरान कोटा संभाग में सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए हैं. कई मंत्री तो यहां यात्रा के दौरान मौजूद भी रहेंगे. ऐसे में उनसे स्थानीय किसान या जनता शिकायत नहीं करे, इसकी भी जिम्मेदारी अधिकारियों को दी गई है.
पुरानी एंबुलेंस दिखी तो होगी कार्रवाई: स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने कोटा स्थित सर्किट हाउस में चार जिलों के मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक की. जिसमें मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर जिले से चार-चार एंबुलेंस राहुल गांधी की यात्रा के दौरान पहुंचने चाहिए. जिनमें चिकित्सक और स्टाफ के साथ-साथ दवाइयां भी पर्याप्त मात्रा में होनी चाहिए. किसी भी तरह की कोई कोताही नहीं होनी चाहिए. इसमें कोई गड़बड़ी हुई या फिर कोई स्टाफ नदारद रहा तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. इतना ही राहुल गांधी के रूट में पड़ने वाले सभी अस्पतालों में भी पूरी व्यवस्था रखने के निर्देश दिए गए हैं.
बिजली सुचारू रखने के निर्देश: जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (Jaipur Electricity Distribution Corp Limited) के मैनेजिंग डायरेक्टर अजय सक्सेना भी कोटा का दौरा करके आए हैं. जहां उन्होंने अधिकारियों संग बैठक कर उन्हें बिजली की व्यवस्था सुचारू रखने के निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने कहा कि बिजली आपूर्ति ठप नहीं होनी चाहिए. खासतौर पर उन इलाकों में जहां राहुल गांधी ठहरेंगे या फिर जहां से गुजरेंगे. साथ ही किसानों के जले हुए ट्रांसफार्मर झालावाड़ जिले में बदले नहीं गए थे. उनकी पेंडेंसी काफी लंबी थी, ऐसे में अलवर व अन्य जिलों से ट्रांसफार्मर मंगाकर यहां पर सप्लाई दी गई. इसके अलावा इस रूट में आने वाले कई जीएसएस को भी चमकाया गया है. पुराने कई जीएसएस जहां पर दीवारें टूटी हुई थी, उन्हें दुरुस्त कराकर रंगाई पुताई करवाई गई है. हालांकि, जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर एनएस गरासिया का कहना है कि कोटा जिले में पेंडेंसी नहीं थी.
यूरिया के लिए परेशान नहीं दिखे किसान: कृषि विभाग के आयुक्त कानाराम भी कोटा संभाग का दौरा करके आए हैं और यूरिया की जो किल्लत नजर आ रही है, उसके डिमांड सप्लाई का पूरा हिसाब देख कर गए हैं. चारों जिलों के अधिकारियों की उन्होंने मीटिंग ली. साथ ही किसान राहुल गांधी की यात्रा के दौरान किल्लत का जिक्र न करें इसके लिए अधिकारियों को खास तौर पर निर्देश दिए. साथ ही कोटा संभाग में जहां तीन लाख 20 हजार मीट्रिक टन यूरिया की अपेक्षा एक लाख 98 हजार मीट्रिक टन यूरिया चुका है. हालांकि, अधिकारी इस दौरे को प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा बता रहे हैं.
चमचमाती नजर आएगी सड़कें: राहुल गांधी के रूट की पूरी व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर दिया गया है. इसमें ज्यादातर सड़कें नेशनल हाईवे और मेगा हाईवे हैं. इसके बावजूद भी व्यवस्थाएं दुरुस्त रखी गई है. खुद राजस्थान के पीडब्ल्यूडी मंत्री भजन लाल जाटव 26 नवंबर को कोटा आए थे और उनके साथ जयपुर से अधिकारियों की पूरी टीम आई थी. इसमें पीडब्ल्यूडी के नेशनल हाईवे डिवीजन के अधिकारी भी शामिल थे. साथ ही कोटा शहर में जगपुरा से लेकर भदाना तक का एरिया आता है. ऐसे में भदाना इलाके में सड़क खराब थी, जिसे नगर विकास न्यास के अधिकारियों ने दो दिन पहले ही बनवाकर तैयार करवा दिया था. इस मार्ग पर लाइट भी लगवा दिए गए हैं.