जयपुर. कांग्रेस की रोजा-इफ्तार पार्टी में अन्य नेताओं के साथ बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग भी शामिल हुए. प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मिले पायलट और गहलोत रोजा इफ्तार में हार की जिम्मेदारी किसकी. इस बात पर गहलोत ने चुप्पी साध ली. मगर इफ्तार पार्टी में गहलोत और पायलट साथ-साथ बैठे और आपस में बातचीत करते हुए भी दिखाई दिए.
एक ओर प्रदेश में इस बात को लेकर चर्चा हो रही थी कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में जोधपुर लोकसभा सीट की हार की जिम्मेदारी सचिन पायलट को लेने की बात कही थी, तो दूसरी ओर इसके बाद लगातार दोनों नेताओं के बीच मतभेद की खबरें चल रही थी. जब मुख्यमंत्री से हार की जिम्मेदारी के बारे में पुछा किया गया तो उन्होनें चुप्पी साध ली.
इन खबरों के बीच मंगलवार शाम को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने प्रदेश कांग्रेस की ओर से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन किया. इस रोजा इफ्तार में शिरकत करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी पहुंचे. बता दें कि गहलोत और पायलट आपस में बातचीत करते हुए भी दिखाई दिए लेकिन विवादों को लेकर ना तो प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और न ही अशोक गहलोत ने किसी तरीके की प्रतिक्रिया दी.
हालांकि इससे पहले अशोक गहलोत ने अपने ट्विटर के माध्यम से यह बात कही थी कि मीडिया का एक तबका जबरदस्ती इस साक्षात्कार को मुद्दा बनाने का प्रयास कर रहा है. इसके कुछ देर बाद में राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक ट्वीट करके कहा कि अशोक गहलोत ने हार की सामूहिक जिम्मेदारी लेने की बात अपने साक्षात्कार में स्पष्ट तरीके से कही हैं.
यानी कि हार की जिम्मेदारी सरकार और संगठन दोनों की है लेकिन लगता है कि मीडिया का एक हिस्सा इतना अंधभक्त हो गया है कि उसे सोते जागते भाजपा के स्तुति गान करना और कांग्रेस की आलोचना के सिवाय कुछ नहीं दिखता. रोजा इफ्तार पार्टी के बाद भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने मीडिया से इस विवाद को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की वहीं उन्होंने प्रदेशवासियों को ईद के अवसर पर अपनी शुभकामनाएं दी है.