जयपुर. जिले में थाईलैंड भेजने के नाम पर फर्जी टिकट देकर ठगी करने का मामला सामने आया है. लोग टिकट लेकर एयरपोर्ट पहुंचे तो फर्जी टिकट का खुलासा हुआ. थाईलैंड भेजने के नाम पर फर्जी टिकट देकर करीब 13.5 लाख रुपये की ठगी की गई है. एयरपोर्ट पर कर्मचारियों ने टिकट को फर्जी बताकर बाहर निकाल दिया. पीड़ित शनिवार को थाने पर पहुंचे और मामला दर्ज करवाया. विश्वकर्मा थाना पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट पर मामला दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
विश्वकर्मा थाना अधिकारी रमेश सैनी ने रविवार को बताया कि योगेश बेरवा ने अनुज शर्मा अरुण ठाकुर और पंकज त्यागी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है. पीड़ित की रिपोर्ट के अनुसार परिचित योगेंद्र, गजेंद्र और जितेंद्र ने स्वयं और कई जानकारों के थाईलैंड की विदेश यात्रा करने के लिए संपर्क किया था. योगेश बेरवा ने अपने साथ काम करने वाले पंकज सैनी को यह बताइ. फरीदाबाद निवासी पंकज त्यागी ने अन्य साथी अरुण ठाकुर और अनुज शर्मा की ओर से कई विदेश यात्राओं के टूर पर के सफलतापूर्वक आयोजित करवाने और भारत के बाहर होटल ट्रैवल और साइटिंग के लिए अच्छे एजेंट से संबंध होने की बात कही. अच्छी सुविधाएं दिलवाने का भी लालच दिया गया.
पंकज त्यागी ने टिकट खाना-पीना समेत अन्य खर्चे एक व्यक्ति पर 33500 रुपये का खर्च बताया. पीड़ित ने पंकज त्यागी और उसके अन्य साथियों को अपने जानकार पंकज सैनी के अकाउंट से रुपए ट्रांसफर कर दिए. 16 दिसंबर 2022 को पंकज त्यागी को लिस्ट भेजी. जिसमें 14 लोग दिल्ली एयरपोर्ट से और 26 लोग मुंबई एयरपोर्ट से जाना तय किया गया. पंकज त्यागी ने अपने साथी अनुज शर्मा के नाम से अकाउंट की डिटेल व्हाट्सएप कर दी. 18 दिसंबर 2022 को 13 लाख 40 हजार का भुगतान कर दिया गया. अरुण ठाकुर ने टिकट भेजा जिसका पीएनआर नंबर चेक करने पर फर्जी निकला. 19 दिसंबर को पंकज त्यागी ने टिकट दिए. दिल्ली के 14 टिकट मुंबई के 26 टिकट दिए गए. इनमें से 11 टिकट फर्जी पाए गए. कुल मिलाकर सभी से 13.5 लाख की ठगी की गई है.
पीड़ित की रिपोर्ट के अनुसार, लोग थाईलैंड जाने के लिए एयरपोर्ट पर पहुंचे, तो वहां टिकट चेक किया गया. चेकिंग करने पर टिकट फर्जी पाया गया. एयरलाइंस के कर्मचारियों ने फर्जी टिकट होने की बात कहकर पुलिस थाने में रिपोर्ट करने के लिए कहा, लेकिन पीड़ितों ने पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया. पीड़ित खुद ही पुलिस के पास पहुंच गए, जिन 15 लोगों की टिकट सही थे, वह जब थाईलैंड पहुंचे तो होटल वाउचर फर्जी निकले. उन यात्रियों के वापस आने के टिकट भी 6 लोगों के ही थे. बाकी के लोग अपने खर्चे पर वापस अपने देश लौटे. पीड़ित जब आरोपियों के पास अपना पैसा मांगने के लिए पहुंचे, तो आरोपियों ने साफ इंकार कर दिया. इसके बाद पीड़ित जयपुर के विश्वकर्मा थाने पहुंचे और मामला दर्ज करवाया. फिलहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है.