जयपुर. राजस्थान की जयपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए डकैती गिरोह के मुख्य सरगना समेत पांच को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने अवैध आय से अर्जित रकम समझकर वारदात को अंजाम दिया था. डकैती की रकम से खरीदा गया जिम प्रोटीन का सामान और दो मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं. पुलिस ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश निवासी आरोपी राजपाल सिंह, जयपुर निवासी बनवारी बागड़ी उर्फ विनोद, राजेश उर्फ राजा, भवानी सिंह और शुभम शर्मा को गिरफ्तार किया है.
डीसीपी वेस्ट वंदिता राणा के मुताबिक 21 अक्टूबर को विश्वकर्मा इलाके में डकैती की वारदात हुई थी. पीड़ित विमलेश अग्रवाल ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि विश्वकर्मा इलाके में स्थित एक फैक्ट्री में केश लेने गया था. रोड नंबर 13 विश्वकर्मा से रुपए लेकर वापस आ रहा था. वापस आते समय बिजली ग्रेड के पास दो मोटरसाइकिल पर पांच युवक आए, जिन्होंने कंपनी के कर्मचारी विकास शर्मा के साथ मारपीट करके रुपयों से भरा बैग लूट की वारदात (Goods and illegal weapons recovered) को अंजाम दिया.
पढ़ें : अलवर में सर्राफा व्यापारियों के साथ लाखों की ठगी, कारीगर जेवरात व पैसे लेकर हुआ फरार
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एडीसीपी वेस्ट रामसिंह शेखावत के निर्देशन में विश्वकर्मा थाना अधिकारी रमेश सैनी के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया. पुलिस की स्पेशल टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले. सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर की सूचना के आधार पर वारदात का पर्दाफाश करने में सफलता हासिल की गई. पुलिस ने मुख्य अभियुक्त समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार करके डकैती का माल और अवैध हथियार बरामद करने में सफलता हासिल की है.
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने अवैध आई से अर्जित पैसा समझकर पुलिस रिपोर्ट नहीं होने के कारण फैक्ट्री के सामने बनी चाय की थड़ी वाले आरोपी शुभम शर्मा से संपर्क किया. आरोपी शुभम शर्मा को अपनी गैंग का सदस्य बनाया और शुभम शर्मा से आरोपी भवानी सिंह के माध्यम से पीड़ित की सूचना प्राप्त की. घटना के पहले भी दो बार डकैती की वारदात को अंजाम देने की कोशिश की गई थी, लेकिन सफल नहीं हो पाए थे.
घटना के दिन आरोपी तैयार होकर शुभम शर्मा से आरोपी भवानी सिंह के मार्फत मुख्य सरगना राजपाल सिंह ने पीड़ित की लगातार जानकारी प्राप्त करते हुए अपनी गैंग के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया. मुख्य सरगना राजपाल सिंह बॉडी बिल्डर जिम का शौक रखता है, जिसने जिनके लिए प्रोटीन और अन्य सामान खरीदने के लिए वारदात को अंजाम दिया था.