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चाकसू में हुई हल्की बारिश, नुकसान का अंदेशा देख किसानों ने तेज की फसल कटाई

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Published : Mar 13, 2021, 12:36 PM IST

चाकसू के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में हुई हल्की बारिश के बाद किसान अपनी फसलों को लेकर चिंतित नजर आए. नुकसान की संभावना को देखते हुए किसानों ने फसल कटाई का कार्य तेज कर दिया है.

Chaksu news,  Farmers harvest fast
नुकसान का अंदेशा देख किसानों ने तेज की फसल कटाई

चाकसू (जयपुर). चाकसू मुख्यालय सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में आज सुबह हुई हल्की बारिश के बाद किसान अपनी फसलों को लेकर चिंतित नजर आए. फसलों में नुकसान की संभावना को देखते हुए किसानों ने फसल कटाई का कार्य तेज कर दिया है. बता दें कि आज सबेरे 4 करीब क्षेत्र में हल्की बरसात शुरू हो गई, जो करीब 15 मिनट तक जारी रही. इससे मौसम ठंडा हो गया. वहीं अचानक मौसम बदलने से किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं.

किसानों ने बताया कि इन दिनों खेतों में सरसों, गेहूं, चना आदि फसलें पक चुकी, जिनकी कटाई का कार्य किया जा रहा है. अब तक कई किसानों के खेतों में फसलें कटकर रखी हुई है तथा कई किसानों की फसले खेतों में खड़ी है. ऐसे में बारिश से किसानों के चेहरों पर उदासी छा गई है.

यह भी पढ़ें- कोटा में ओलावृष्टि से फसल नुकसान, आकलन के लिए स्पीकर बिरला ने कलेक्टर को दिए निर्देश

गनीमत रही कि बरसात के साथ ओले नहीं पड़े, नहीं तो पूरी फसल बर्बाद हो सकती थी. किसानों की माने तो बारिश और तेज हवा से गेहूं की फसल खेत में गिर गई. सरसों की फसल को किसानों ने सूखाने के लिए खेतों में रखा था, जो भीग गई. फसल भीगने से दाना खराब होने की सम्भावना रहती है. ऐसे में बदलते मौसम को देखते हुए खेती फसल कटाई कार्य के लिए मजदूर मिलना भी बड़ा मुश्किल हो गया.

चाकसू (जयपुर). चाकसू मुख्यालय सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में आज सुबह हुई हल्की बारिश के बाद किसान अपनी फसलों को लेकर चिंतित नजर आए. फसलों में नुकसान की संभावना को देखते हुए किसानों ने फसल कटाई का कार्य तेज कर दिया है. बता दें कि आज सबेरे 4 करीब क्षेत्र में हल्की बरसात शुरू हो गई, जो करीब 15 मिनट तक जारी रही. इससे मौसम ठंडा हो गया. वहीं अचानक मौसम बदलने से किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं.

किसानों ने बताया कि इन दिनों खेतों में सरसों, गेहूं, चना आदि फसलें पक चुकी, जिनकी कटाई का कार्य किया जा रहा है. अब तक कई किसानों के खेतों में फसलें कटकर रखी हुई है तथा कई किसानों की फसले खेतों में खड़ी है. ऐसे में बारिश से किसानों के चेहरों पर उदासी छा गई है.

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गनीमत रही कि बरसात के साथ ओले नहीं पड़े, नहीं तो पूरी फसल बर्बाद हो सकती थी. किसानों की माने तो बारिश और तेज हवा से गेहूं की फसल खेत में गिर गई. सरसों की फसल को किसानों ने सूखाने के लिए खेतों में रखा था, जो भीग गई. फसल भीगने से दाना खराब होने की सम्भावना रहती है. ऐसे में बदलते मौसम को देखते हुए खेती फसल कटाई कार्य के लिए मजदूर मिलना भी बड़ा मुश्किल हो गया.

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