जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने आदेश जारी किया है कि यदि कोई कर्मचारी बिना कारण अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर चुनाव ड्यूटी कैंसिल कराएगा तो उसकी एसीआर (वार्षिक गोपनीय प्रतिवेदन) खराब करने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी. ऐसे कर्मचारियों की सूची बनाकर उनके विभाग में भेजी जाएगी और विभाग अध्यक्ष सालाना वार्षिक मूल्यांकन (एसीआर) में लोकतंत्र में भूमिका अदा नहीं करने की टिप्पणी करेंगे.
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लग चुकी है और चुनाव प्रक्रिया के लिए प्रकोष्ठ का भी गठन कर दिया गया है.लोकसभा चुनाव में भी करीब 50 हजार कर्मचारियों की जरूरत होगी. जिसके लिए जिला निर्वाचन विभाग की ओर से कर्मचारियों की ड्यूटी लगाना शुरू कर दिया गया है. कई लोग भी ड्यूटी कैंसिल कराने जिला निर्वाचन विंभाग पहुंचने लगे हैं. वहीं विधानसभा चुनाव में लगे 50000 कर्मचारियों में 7000 बीएलओ और 21000 पुलिसकर्मियों ने भी अपनी ड्यूटी दी थी.
जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि सामाजिक कार्यक्रम, बीमारी, दुर्घटना से संबंधित सरकारी कर्मचारी की ही ड्यूटी निरस्त की जाएगी. इसके अलावा किसी दबाव में ड्यूटी निरस्त कराने वाले कर्मचारियों की एक कमेटी जांच करेगी. इसके बाद ही संदिग्ध पाए जाने पर उन आवेदकों की सूची तैयार होगी.