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Earthquake in Jaipur : राजस्थान के कई इलाकों में भूकंप के झटके, घरों से बाहर निकले लोग - राजस्थान के कई इलाकों में भी भूकंप के झटके

राजधानी जयपुर समेत राजस्थान के कई इलाकों में (Earthquake Tremors in Rajasthan) भूकंप के झटके महसूस किए गए. इस दौरान लोग अपने-अपने घरों से निकल कर बाहर आ गए.

Earthquake Tremors in Rajasthan
राजस्थान के कई इलाकों में भूकंप के झटके
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Published : Jan 24, 2023, 5:43 PM IST

Updated : Jan 24, 2023, 6:23 PM IST

जयपुर. दिल्ली, एनसीआर में मंगलवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से 148 किमी पूर्व में नेपाल में भूकंप आया, जिसका असर भारत के कई हिस्सों में देखा गया. राजधानी जयपुर समेत राजस्थान के कई इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. जयपुर में 30 सेकंड से भी ज्यादा समय तक झटके महसूस किए. दिल्ली, एनसीआर, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भूकंप के झटके महसूस किए गए.

जयपुर में भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग अपने-अपने घरों से बाहर आ गए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप की तीव्रता 5.8 मापी गई है. भूकंप का केंद्र नेपाल रहा. 15 सेकंड में दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए. हालांकि, भूकंप से कहीं कोई नुकसान की जानकारी नहीं मिली है. इससे पहले अक्टूबर-नवंबर में भी राजस्थान में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.

Epicenter of Earthquake in Nepal
नेपाल में भूकंप का केंद्र

पढ़ें : Earthquake in Bikaner: बीकानेर में भूकंप के झटके, घरों से बाहर निकले लोग

जयपुर के लोगों ने बताया कि दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए. ये दोनों झटके कुछ सेकंडों के अंतराल में ही आए, जिससे लोग दहशत में आकर अपने घरों से बाहर निकल आए. वहीं, कई कार्यालयों से भी लोग बाहर निकल गए. मंगलवार दोपहर 2:28 बजे आए भूकंप के तेज झटकों से लोग घरों और कार्यालयों से बाहर निकल आए. इस दौरान लोगों ने एक दूसरे को फोन करके भी जानकारी ली.

क्यों आता है भूकंप ? : मुख्य तौर पर धरती चार परतों से बनी हुई है. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है, जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है. ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर हिलती रहती हैं. जब ये प्लेट बहुत ज्यादा हिल जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है. इस दौरान एक प्लेट दूसरी प्लेट के नीचे आ जाती है. भूकंप की तीव्रता का अंदाजा केंद्र (एपीसेंटर) से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है.

जयपुर. दिल्ली, एनसीआर में मंगलवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से 148 किमी पूर्व में नेपाल में भूकंप आया, जिसका असर भारत के कई हिस्सों में देखा गया. राजधानी जयपुर समेत राजस्थान के कई इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. जयपुर में 30 सेकंड से भी ज्यादा समय तक झटके महसूस किए. दिल्ली, एनसीआर, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भूकंप के झटके महसूस किए गए.

जयपुर में भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग अपने-अपने घरों से बाहर आ गए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप की तीव्रता 5.8 मापी गई है. भूकंप का केंद्र नेपाल रहा. 15 सेकंड में दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए. हालांकि, भूकंप से कहीं कोई नुकसान की जानकारी नहीं मिली है. इससे पहले अक्टूबर-नवंबर में भी राजस्थान में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.

Epicenter of Earthquake in Nepal
नेपाल में भूकंप का केंद्र

पढ़ें : Earthquake in Bikaner: बीकानेर में भूकंप के झटके, घरों से बाहर निकले लोग

जयपुर के लोगों ने बताया कि दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए. ये दोनों झटके कुछ सेकंडों के अंतराल में ही आए, जिससे लोग दहशत में आकर अपने घरों से बाहर निकल आए. वहीं, कई कार्यालयों से भी लोग बाहर निकल गए. मंगलवार दोपहर 2:28 बजे आए भूकंप के तेज झटकों से लोग घरों और कार्यालयों से बाहर निकल आए. इस दौरान लोगों ने एक दूसरे को फोन करके भी जानकारी ली.

क्यों आता है भूकंप ? : मुख्य तौर पर धरती चार परतों से बनी हुई है. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है, जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है. ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर हिलती रहती हैं. जब ये प्लेट बहुत ज्यादा हिल जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है. इस दौरान एक प्लेट दूसरी प्लेट के नीचे आ जाती है. भूकंप की तीव्रता का अंदाजा केंद्र (एपीसेंटर) से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है.

Last Updated : Jan 24, 2023, 6:23 PM IST
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