जयपुर. जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 1 अगस्त से घरेलू कार्गो सेवाओं की शुरुआत होगी. 1 अगस्त रात 12:00 बजे से 2300 मैट्रिक टन प्रति माह क्षमता के घरेलू कार्गो इकाई की शुरुआत की जाएगी. इंडिगो एयरलाइंस को नए कार्गो यूनिट में ऑन बोर्ड कर लिया गया है, जिसके बाद अब एयरलाइंस अपना सारा डॉमेस्टिक कार्गो बिजनेस नए कार्गो यूनिट से संचालित करेगी. वित्तीय वर्ष के अंत तक अंतरराष्ट्रीय कार्गो शुरू होने की भी उम्मीद है.
एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक कार्गो टर्मिनल शुरू होने से जयपुर एयरपोर्ट से देश के दूसरे शहरों के लिए कीमती सामान भेजा जा सकेगा. ज्वेलरी, ब्लड सैंपल, दवाइयां, मृत देह, दस्तावेज, फल सब्जी, खानपान के आइटम, चिल्ड फ्रोजन फिश, स्पेयर पार्ट्स, टैक्सटाइल्स, डाक, कुरियर आइटम खराब होने वाले सामान, ई-कॉमर्स आइटम और अन्य तरह की डेंजरस श्रेणी की सामग्री भी भेजी जा सकेगी. नई कार्गो यूनिट 550 वर्ग मीटर के क्षेत्र को कवर करती है. यह भौतिक रूप से 2300 मीट्रिक टन कार्गो को संभालने में सक्षम है.
इसके लिए एयरपोर्ट प्रशासन ने एयरपोर्ट इकोनामिक रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑ़फ इंडिया से अनुमति ले ली है. कार्गो टर्मिनल के प्रबंधन और संचालन के लिए एयरपोर्ट प्रशासन ने एक निजी कंपनी बेंगलुरु एयरपोर्ट टर्मिनल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के साथ अनुबंध किया है. यह कंपनी कार्गो सेवाओं का संचालन करेगी. घरेलू कार्गो इकाई का निर्माण टर्मिनल-1 पर अलग से किया गया है. इस वित्तीय वर्ष के अंत तक इंटरनेशनल कार्गो के मूवमेंट की सुविधा भी शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है.
नई घरेलू कार्गो इकाई में सभी हित धारकों के लिए पर्याप्त पार्किंग स्थान और सीधा प्रवेश द्वार की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी. इसके साथ ही बिल्डिंग में एक इनबॉउंड, दो आउटबाउंड ट्रक के लिए रास्ते बनाए गए हैं. इसके अलावा एयरलाइंस के लिए अलग ऑफिस स्पेस कीमती सामान की सुरक्षा के लिए स्ट्रांग रूम, कोल्ड स्टोरेज रूम, डेंजरस श्रेणी के सामान के लिए माल भंडारण क्षेत्र, केंद्रीयकृत एसी, सीसीटीवी, पास जारी करने और सुरक्षा जांच के लिए फ्रिस्किंग बूथ, जांच के लिए एक्सरे मशीनें, एक्सप्लोसिव ट्रेस डिटेक्शन मशीन, तीन डॉक लेवलर और फोर्कलिफ्ट जैसे सुविधाएं भी शामिल है.