जयपुर. राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को ब्यूरोक्रेसी पर सवाल उठाए गए और जिलों में कलेक्टर्स पर विधायकों को तवज्जो नहीं देने के आरोप लगाए गए. बहस के दौरान उदयपुर ग्रामीण से विधायक फूल सिंह मीणा ने सवाल उठाया तो उनके साथ भीलवाड़ा विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी ने भी स्पीकर से शिकायत की.
दरअसल, भीलवाड़ा में गुरुवार को डीएमएफटी की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी को सूचना नहीं दी गई. इस पर नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने भी अपनी बात सदन में रखते हुए कहा कि उदयपुर में भी शॉर्ट नोटिस पर डीएलसी मीटिंग बुला ली गई. जिसमें जो विधायक जिले में नहीं थे वह बैठक में नहीं पहुंचे. कटारिया ने आसन से मामला दिखाए जाने की मांग की तो वहीं निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने भी इस परिपाटी पर एतराज जताते हुए कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान ऐसी बैठकें नहीं बुलाई जाएं.
इस पर जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने सदन को आश्वासन दिया कि पहले भी अधिकारियों को इसके निर्देश दिए गए हैं. अब दोबारा इसकी पालना की ताकीद अधिकारियों से की जाएगी. धारीवाल ने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान इस तरीके की कोई भी बैठक नहीं बुलाई जाएगी. वहीं, हाउस से 2 दिन पहले और 2 दिन बाद भी कोई बैठक नहीं बुलाई जाएगी. उन्होंने कहा कि अब इस बात के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाएंगे.