ETV Bharat / state

विधानसभा में उठा ब्यूरोक्रेसी पर सवाल, कलेक्टर्स पर विधायकों को तवज्जो नहीं देने के आरोप - congress

राजस्थान विधानसभा में आज विधायकों की ओर से ब्यूरोक्रेसी पर सवाल उठाए गए. विधानसभा में विधायकों ने कलेक्टर्स के आचरण पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिलों में सदन चलने के दौरान बैठकें बुलाई जा रही हैं, लेकिन उन बैठकों में विधायक अपेक्षित हैं. ऐसी बैठकें भी विधानसभा सत्र के दौरान ही बुलाई गईं.

http://10.10.50.75:6060///finalout2/rajasthan-nle/finalout/12-July-2019/3819003_jaipur.mp4
author img

By

Published : Jul 12, 2019, 4:49 PM IST

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को ब्यूरोक्रेसी पर सवाल उठाए गए और जिलों में कलेक्टर्स पर विधायकों को तवज्जो नहीं देने के आरोप लगाए गए. बहस के दौरान उदयपुर ग्रामीण से विधायक फूल सिंह मीणा ने सवाल उठाया तो उनके साथ भीलवाड़ा विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी ने भी स्पीकर से शिकायत की.

राजस्थान विधानसभा में उठा ब्यूरोक्रेसी पर सवाल

दरअसल, भीलवाड़ा में गुरुवार को डीएमएफटी की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी को सूचना नहीं दी गई. इस पर नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने भी अपनी बात सदन में रखते हुए कहा कि उदयपुर में भी शॉर्ट नोटिस पर डीएलसी मीटिंग बुला ली गई. जिसमें जो विधायक जिले में नहीं थे वह बैठक में नहीं पहुंचे. कटारिया ने आसन से मामला दिखाए जाने की मांग की तो वहीं निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने भी इस परिपाटी पर एतराज जताते हुए कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान ऐसी बैठकें नहीं बुलाई जाएं.

इस पर जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने सदन को आश्वासन दिया कि पहले भी अधिकारियों को इसके निर्देश दिए गए हैं. अब दोबारा इसकी पालना की ताकीद अधिकारियों से की जाएगी. धारीवाल ने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान इस तरीके की कोई भी बैठक नहीं बुलाई जाएगी. वहीं, हाउस से 2 दिन पहले और 2 दिन बाद भी कोई बैठक नहीं बुलाई जाएगी. उन्होंने कहा कि अब इस बात के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाएंगे.

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को ब्यूरोक्रेसी पर सवाल उठाए गए और जिलों में कलेक्टर्स पर विधायकों को तवज्जो नहीं देने के आरोप लगाए गए. बहस के दौरान उदयपुर ग्रामीण से विधायक फूल सिंह मीणा ने सवाल उठाया तो उनके साथ भीलवाड़ा विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी ने भी स्पीकर से शिकायत की.

राजस्थान विधानसभा में उठा ब्यूरोक्रेसी पर सवाल

दरअसल, भीलवाड़ा में गुरुवार को डीएमएफटी की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी को सूचना नहीं दी गई. इस पर नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने भी अपनी बात सदन में रखते हुए कहा कि उदयपुर में भी शॉर्ट नोटिस पर डीएलसी मीटिंग बुला ली गई. जिसमें जो विधायक जिले में नहीं थे वह बैठक में नहीं पहुंचे. कटारिया ने आसन से मामला दिखाए जाने की मांग की तो वहीं निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने भी इस परिपाटी पर एतराज जताते हुए कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान ऐसी बैठकें नहीं बुलाई जाएं.

इस पर जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने सदन को आश्वासन दिया कि पहले भी अधिकारियों को इसके निर्देश दिए गए हैं. अब दोबारा इसकी पालना की ताकीद अधिकारियों से की जाएगी. धारीवाल ने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान इस तरीके की कोई भी बैठक नहीं बुलाई जाएगी. वहीं, हाउस से 2 दिन पहले और 2 दिन बाद भी कोई बैठक नहीं बुलाई जाएगी. उन्होंने कहा कि अब इस बात के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाएंगे.

Intro:राजस्थान विधानसभा में आज ब्यूरोक्रेसी पर उठे सवाल विधायकों की उपेक्षा करने के लगाए आरोप मंत्री धारीवाल भोले विधानसभा सत्र के दौरान नहीं बुलाई जाएगी कोई बैठक हाउस के 2 दिन पहले या 2 दिन बाद भी नहीं बुलाई जाए कोई बैठकBody:राजस्थान विधानसभा में आज विधायकों की ओर से ब्यूरोक्रेसी पर सवाल उठाए गए विधानसभा में आज विधायकों ने कलेक्टर्स के आचरण पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिलों में सदन चलने के दौरान बैठकें बुलाई जा रही है जिन बैठकों में विधायक अपेक्षित हैं ऐसी बैठकें भी विधानसभा सत्र के दौरान ही बुलाई गई उदयपुर ग्रामीण से विधायक फूलसिंह मीणा ने सवाल उठाया तो उनके साथ भीलवाड़ा विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी ने भी स्पीकर से शिकायत की भीलवाड़ा कलेक्टर ने भी दरअसल कल बैठक बुलाई थी डीएमएफटी की बैठक में विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी को सूचना नहीं दी गई इस पर नेता प्रतिपक्ष ने भी अपनी बात सदन में रखी ते हुए कहा कि उदयपुर में भी शॉर्ट नोटिस पर डीएलसी मीटिंग बुला ली गई जिस में जो विधायक जिले में नहीं थे वह बैठक में नहीं पहुंचे कटारिया ने आसन से मामला दिखाए जाने की मांग की तो वहीं निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने भी इस परिपाटी पर एतराज जताते हुए कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान ऐसी बैठकें नहीं बुलाई जाए पर जवाब देते हुए संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने सदन को आश्वासन दिया कि पहले भी अधिकारियों को इसके निर्देश दिए गए हैं अब दोबारा इसकी पालना की ताकीद अधिकारियों से की जाएगी धारीवाल ने कहा विधानसभा सत्र के दौरान इस तरीके की कोई भी बैठक नहीं बुलाई जाएगी तो हाउस से 2 दिन पहले और 2 दिन बाद भी कोई बैठक नहीं बुलाई जाएगी अब इस बात के लिए अधिकारियों को दिए जाएंगे आवश्यक दिशा निर्देश
व्हाइट गुलाब चंद कटारिया नेता प्रतिपक्ष
व्हाइट शांति धारीवाल संसदीय कार्य मंत्रीConclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.