जयपुर: मान द वेल्यू फाउंडेशन (Maan The Value Foundation) की संस्थापक हैं मनीषा सिंह (Founder Manisha Singh). जो खुशियों को सेलिब्रेट फुटपाथ के उन बच्चों संग करती हैं जो जिन्दगी की असल रोशनी से महरूम हैं. मनीषा बदस्तूर अपनी और इनकी खुशियों का मान रखती हैं. मनीषा दिवाली से पहले इन बच्चों संग क्वालिटी टाइम बिताने पहुंची. इस मंत्र के साथ की दीपावली है अपनों के साथ ही दूसरों के घरों को रोशन करने का.
छोटी सी मुस्कान की खातिर
आखिर कैसे मनाता है फाउंडेशन इन महरूमियतों से जूझ रहे बच्चों के साथ दिवाली? मनीषा सिंह बताती हैं कि दिवाली (Deepawali 2021) दीपों का त्योहार है. सब इसे बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं, लेकिन इस समाज में एक तबका ऐसा भी है जो इन खुशियों से महरूम रहता है. उनके लिए न दीपावली खास है , न होली. ऐसे मायूस चेहरों पर एक मुस्कान देने के लिए हर साल की तरह इस बार दीपावली पर इन बच्चों के साथ कुछ वक्त बिताते हैं. आतिशबाजी करते है , कुछ मिठाइयां देते हैं और इनके खिलते चेहरों को अपने दिल में बसा कर फाउंडेशन आगे बढ़ चलता है.
पढ़ें-सीएम गहलोत समेत कई नेताओं ने प्रदेशवासियों को दी दीपावली की शुभकामनाएं
कोरोना ने एक रूपता का आईना दिखाया
मनीषा कहती पीछे दो वर्षों में जिस तरह से कोरोना का संकट काल रहा, उसने इस बात का ज्यादा अहसास करा दिया कि न कोई गरीब है न कोई अमीर , मानवता सबसे बड़ी है । यह तो कुछ मौके होते है जिन्हें हमें आपस मे मिल कर एंजॉय करना चाहिए.
खिल उठे चहरे
मनीषा की सरपरस्ती में उनकी टीम के साथ हिलमिल ये बच्चे बेहद खुश थे. दिवाली से ठीक एक दिन पहले मिली मिठाइयां, कपड़े और अनार-फुलझड़ियों ने इनके जीवन में मानो खुशियाों की झड़ी लगा दी. कोरोना के बदतर दौर को देख चुके इन मासूमों के लिए ये प्यार भरी सौगात चोट पर मरहम की तरह थी.