जयपुर. राजस्थान में सरकार बदलने के साथ ही अब पिछली सरकार के कार्यों की समीक्षा की जा रही है. इस मुहिम में खासतौर से शिक्षा विभाग सबसे आगे नजर आ रहा है. हर रोज कुछ ना कुछ बदलने की आहट हो रही है. अकबर और महाराणाप्रताप महान को लेकर छिड़ी जंग से शिक्षा विभाग में भूचाल से आ गया है.
नए सत्र से स्कूलों के पाठ्यक्रम में बदलाव लाया जाएगा. इस संबंध में कमिटी का गठन कर दिया गया है. साथ ही 20 फरवरी को समिति का निर्णय आएगा. जिसके आधार शिक्षा विभाग में बदलाव किए जाएंगे. पत्रकार वार्ता में मंत्री डोटासरा ने पूर्व सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने राजनीतिक स्वार्थ के चलते नवाचारों के नाम पर पाठ्यपुस्तकों में परिवर्तन किया. ऐसे में पिछली सरकार ने परिवर्तन के नाम पर इतिहास, संस्कृति और महान व्यक्तित्वों को नकारते हुए बच्चों पर अपने हिसाब से पाठ्यक्रम थोपने का प्रयास किया है.
ऐसे में अब कक्षा एक से आठ और कक्षा नौ से 12 की पाठ्यपुस्तकों की समीक्षा के लिए विशेषज्ञों और शिक्षाविदों की कमिटी बनाई गई है. वहीं, साइकिलों पर काला रंग करने को लेकर मंत्री डोटासरा ने कहा कि बीजेपी काले रंग से नहीं, बल्कि प्रदेश की जनता से डरी हुई थी. जहां भी जाते थे फोर्स के साथ जाते थे और कोई भी बेरोजगार दिख जाता तो उनपर लाठियां बरसना शुरू कर देते थे. उनका कहना है कि बीजेपी सरकार ने साइकिलों का रंग बदलकर भाई को भाई से लड़ाने की मंशा रखी. धर्म के आधार पर हिंदुस्तानियों को बांटने की कोशिश की है.