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ओमिक्रोन बीएफ-7 वैरिएंट दे सकता है इम्यून सिस्टम को चकमा, बचने के लिए डॉक्टर्स ने दी ये सलाह

कोरोना के ओमिक्रोन बीएफ-7 वैरिएंट के मामले विश्व के कई देशों में तेजी से बढ़ रहे हैं. खतरा भारत पर भी है. ऐसे में आरयूएचएस के वाइस चांसलर डॉ सुधीर भंडारी का कहना है कि नया वैरिएंट इम्यून सिस्टम को भी चकमा देने की क्षमता रखता है. उनका कहना है भारत में वैक्सीनेशन के चलते नए मामलों पर रोक सी लगी (Coronavirus BF7 variant cases in India) है. लेकिन बूस्टर डोज की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए.

Coronavirus BF7 can escape immune system, doctors has to say this to combat Corona
ओमिक्रोन बीएफ-7 वैरिएंट दे सकता है इम्यून सिस्टम को चकमा, बचने के लिए डॉक्टर्स ने दी ये सलाह
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Published : Dec 27, 2022, 6:36 PM IST

कोरोनो के नए वैरिएंट को लेकर क्या बोले चिकित्सक...

जयपुर. विश्व के कुछ देशों में कोरोना के ओमिक्रोन बीएफ-7 वैरिएंट के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. चिकित्सकों का दावा है कि इस वैरिएंट में अधिक संक्रमण की क्षमता है. यानी एक संक्रमित व्यक्ति 20 से 25 लोगों को संक्रमित कर सकता है. ऐसे में देश में भी इसे लेकर अलर्ट जारी किया गया है. जिसके बाद राजस्थान में भी चिकित्सा विभाग ने अलर्ट जारी किया (Alert for New corona variant in Rajasthan) है. मंगलवार को अलग-अलग अस्पतालों में मॉकड्रिल भी आयोजित की गई.

राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफिस हेल्थ साइंस के वाइस चांसलर डॉ सुधीर भंडारी का कहना है कि पिछले कुछ समय से विश्व के कुछ देशों में कोरोना के मामलों को तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. हालांकि अभी तक देश में कोरोना के मामले काफी कम हैं, लेकिन स्टडी में सामने आया है कि कोरोना का यह नया वैरिएंट तेजी से फैल सकता है. इसके अलावा यह इम्यून सिस्टम को भी चकमा देने की क्षमता रखता है. यानी किसी व्यक्ति ने वैक्सीन की दोनों डोज ले रखी है और इसके बाद बूस्टर डोज भी लगवा रखी है, तब भी वह संक्रमण की चपेट में आ सकता है.

पढ़ें: निजी स्कूल कर रहे शिक्षा विभाग के आदेशों की अवहेलना, लगा रहे कक्षाएं, अभिभावकों ने की कोरोना गाइडलाइन लागू करने की मांग

हालांकि इस दौरान मरीज में काफी माइल्ड सिम्टम्स देखने को मिलेंगे. लेकिन यह खतरनाक हो सकता है. ऐसे में कोरोना के बचाव को लेकर जो गाइडलाइन जारी की गई है, उसकी पालना करना जरूरी है. डॉक्टर भंडारी का कहना है कि फिलहाल देश में इसमें वैरिएंट के मामले देखने को नहीं मिल रहे हैं. वहीं जयपुर के आरयूएचएस अस्पताल को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है, ताकि समय रहते मरीजों को इलाज उपलब्ध कराया जा सके.

पढ़ें: आरयूएचएस अस्पताल में मॉकड्रिल, कोरोना से गंभीर मरीज को 5 मिनट में किया आईसीयू में एडमिट

बूस्टर डोज लगवाना जरूरी: डॉ सुधीर भंडारी का कहना है कि दुनिया के कई देशों में कोरोना संक्रमण की नई लहर शुरू हुई है. कई देशों में इसका व्यापक असर हुआ है. फिलहाल भारत का नाम शामिल नहीं है. हमारे यहां अभी तक केसेज काफी कम हैं. इसका तात्पर्य है कि अभी तक हम प्रोटेक्टेड हैं. इसका कारण यह है कि हमारे यहां वैक्सीनेशन काफी इफ्फेक्टिव रहा. हालांकि अब महसूस हो रहा है कि बूस्टर डोज की संख्या बढ़ाई जानी (Doctors suggest booster dose to fight corona) चाहिए. हमारे यहां ओमिक्रोन का जो संक्रमण फैला, उसके कारण भी लोगों में इम्युनिटी बढ़ी है.

कोरोनो के नए वैरिएंट को लेकर क्या बोले चिकित्सक...

जयपुर. विश्व के कुछ देशों में कोरोना के ओमिक्रोन बीएफ-7 वैरिएंट के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. चिकित्सकों का दावा है कि इस वैरिएंट में अधिक संक्रमण की क्षमता है. यानी एक संक्रमित व्यक्ति 20 से 25 लोगों को संक्रमित कर सकता है. ऐसे में देश में भी इसे लेकर अलर्ट जारी किया गया है. जिसके बाद राजस्थान में भी चिकित्सा विभाग ने अलर्ट जारी किया (Alert for New corona variant in Rajasthan) है. मंगलवार को अलग-अलग अस्पतालों में मॉकड्रिल भी आयोजित की गई.

राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफिस हेल्थ साइंस के वाइस चांसलर डॉ सुधीर भंडारी का कहना है कि पिछले कुछ समय से विश्व के कुछ देशों में कोरोना के मामलों को तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. हालांकि अभी तक देश में कोरोना के मामले काफी कम हैं, लेकिन स्टडी में सामने आया है कि कोरोना का यह नया वैरिएंट तेजी से फैल सकता है. इसके अलावा यह इम्यून सिस्टम को भी चकमा देने की क्षमता रखता है. यानी किसी व्यक्ति ने वैक्सीन की दोनों डोज ले रखी है और इसके बाद बूस्टर डोज भी लगवा रखी है, तब भी वह संक्रमण की चपेट में आ सकता है.

पढ़ें: निजी स्कूल कर रहे शिक्षा विभाग के आदेशों की अवहेलना, लगा रहे कक्षाएं, अभिभावकों ने की कोरोना गाइडलाइन लागू करने की मांग

हालांकि इस दौरान मरीज में काफी माइल्ड सिम्टम्स देखने को मिलेंगे. लेकिन यह खतरनाक हो सकता है. ऐसे में कोरोना के बचाव को लेकर जो गाइडलाइन जारी की गई है, उसकी पालना करना जरूरी है. डॉक्टर भंडारी का कहना है कि फिलहाल देश में इसमें वैरिएंट के मामले देखने को नहीं मिल रहे हैं. वहीं जयपुर के आरयूएचएस अस्पताल को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है, ताकि समय रहते मरीजों को इलाज उपलब्ध कराया जा सके.

पढ़ें: आरयूएचएस अस्पताल में मॉकड्रिल, कोरोना से गंभीर मरीज को 5 मिनट में किया आईसीयू में एडमिट

बूस्टर डोज लगवाना जरूरी: डॉ सुधीर भंडारी का कहना है कि दुनिया के कई देशों में कोरोना संक्रमण की नई लहर शुरू हुई है. कई देशों में इसका व्यापक असर हुआ है. फिलहाल भारत का नाम शामिल नहीं है. हमारे यहां अभी तक केसेज काफी कम हैं. इसका तात्पर्य है कि अभी तक हम प्रोटेक्टेड हैं. इसका कारण यह है कि हमारे यहां वैक्सीनेशन काफी इफ्फेक्टिव रहा. हालांकि अब महसूस हो रहा है कि बूस्टर डोज की संख्या बढ़ाई जानी (Doctors suggest booster dose to fight corona) चाहिए. हमारे यहां ओमिक्रोन का जो संक्रमण फैला, उसके कारण भी लोगों में इम्युनिटी बढ़ी है.

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