जयपुर. राष्ट्रीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष नेटा डिसूजा शनिवार को राजस्थान के दौरे पर रहीं. यहां उन्होंने प्रदेश महिला कांग्रेस की बैठक ली. साथ ही केंद्र की मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि मणिपुर की घटना को राजस्थान से जोड़ना राजस्थान और देश की महिलाओं का अपमान है. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस के समय मणिपुर जैसी घटना होती तो दूसरे ही दिन राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाता. उन्होंने कहा कि अगर केंद्र और मणिपुर की डबल इंजन की भाजपा सरकार ने स्थितियों को नहीं समझा तो ऐसा नहीं हो कि मणिपुर की घटना से पूरा नॉर्थ-ईस्ट जलने लगे. अगर केंद्र सरकार, शासन नहीं चला पा रही है तो सत्ता छोड़ दें, लेकिन देश को कुएं में नहीं धकेले.
पिछली भाजपा सरकार में दर्ज नहीं होते थे महिलाओं के मुकदमे - महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष नेटा डिसूजा ने कहा कि केंद्र सरकार मणिपुर मामले से ध्यान हटाने के लिए इस मामले को ब्लेम गेम से जोड़कर राजस्थान के साथ उसे कंपेयर कर रही है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में पिछली भाजपा सरकार के समय महिलाओं के मुकदमे दर्ज ही नहीं होते थे, जबकि कांग्रेस सरकार बनते ही हमने स्ट्रिक्ट ऑर्डर दिया.
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डिसूजा ने कहा कि पूरी कंप्लेंट दर्ज करने के बाद भी अगर आंकड़े देखे जाएं तो पिछली भाजपा सरकार के समय से राजस्थान में 5% अपराध कम घटित हुए हैं. वहीं, राजस्थान में महिलाओं के जो भी मुकदमे होते हैं, उन्हें दर्ज किया जाता है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में जो घटनाएं हुई हैं, उनमें भाजपा के नेता और कार्यकर्ताओं के नाम सामने आए हैं. ऐसे में क्या भाजपा ने यह हिम्मत दिखाई कि उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाए.
कांग्रेस शासित राज्यों में भ्रष्टाचार पर होती है कार्रवाई - उधर, जयपुर हेरिटेज की महापौर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किए जाने पर भी नेटा डिसूजा ने कहा कि इसी को भ्रष्टाचार रोकना कहते हैं. उन्होंने कहा कि क्या जिन राज्यों में भाजपा की सरकार है, उन राज्यों में उनकी पार्टी के महापौर या अन्य नेताओं के घर छापा पड़ा है? खैर, राजस्थान में ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि राजस्थान की सरकार चाहती है कि राजस्थान में करप्शन नहीं हो और जयपुर की घटना इसका जीता जागता उदाहरण है.