जयपुर. राजस्थान विधानसभा में सोमवार को चूरू के सरदारशहर थाने में हुई कस्टडी में आरोपी की मौत और उसकी भाभी के साथ हुए दुष्कर्म का मामला भाजपा ने उठाया. इस दौरान उप नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ये कोई सामान्य घटना नहीं है. जहां एक ओर महिला के साथ दुष्कर्म हुआ था तो दूसरी ओर उसके देवर की पिटाई. राठौड़ ने आरोप लगाया कि युवक के मरने के बाद प्राइवेट हॉस्पिटल में ले जाकर उसे हार्ट अटैक से मरने की बात लाई गई, जबकि क्षेत्र में सरकारी अस्पताल थे. उसके बावजूद पुलिस उसे लेकर निजी अस्पताल में गई.
इसके बाद 10 जुलाई को पुलिस इस महिला से जबरन यह लिखवाने जाती है कि उसका देवर चोरी करता था और उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई थी. जिस तरीके से युवक का अंतिम संस्कार किया गया है उससे लगता है कि पुलिस पूरी तरीके से इस मामले में मिली हुई है. उन्होंने आगे कहा कि जिस तरीके से महिला के नाखून को क्लास से खींचा जाता है, इससे ज्यादा दरिंदगी नहीं हो सकती. इस मामले की सीबीआई से जांच होनी चाहिए.
वहीं, इसका जवाब देते हुए कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा ने राजेंद्र राठौड़ पर गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जिस मामले में राठौड़ सीबीआई की मांग कर रहे हैं, लेकिन इस घटना को अंजाम उन्हीं के रिश्तेदारों ने दिया है.
दुष्कर्म और नाखून खींचने की बात झूठ...
इस मामले पर जब राठौर ने सरदार शहर के विधायक का नाम लिया तो सरदारशहर विधायक भंवरलाल शर्मा ने खड़े होकर कहा कि मृतक छोटी-मोटी चोरियां करता था. जिसके चलते उसे गांव के लोगों ने पीटा और फिर पुलिस के हवाले कर दिया. जब उसकी मौत हुई तो उसके परिवार ने जो चार मांगें रखीं वह सभी पहले मानी गईं, उसके बाद मृतक का दाह संस्कार किया गया. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस कस्टडी में नेमीचंद की मौत हो सकती है, लेकिन महिला के साथ दुष्कर्म और उसके नाखून खींचने की बात बिल्कुल झूठ है.
जांच में लापरवाही की बात से इनकार...
वहीं, इस मामले में सदन में बोलते हुए मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि हम मानते हैं कि पुलिस कस्टडी में मौत हुई है. इस मामले की न्यायिक जांच शुरू हो चुकी है और एक बार जिस मामले की न्यायिक जांच शुरू हो जाती है पुलिस उस में जांच नहीं कर सकती है. मंत्री धारीवाल ने नेता प्रतिपक्ष के इस आरोप को भी खारिज किया कि नीचे के स्तर पर लापरवाही होने के चलते उसे डीजीपी के पास जाना पड़ा और उसका मामला दर्ज नहीं किया गया. धारीवाल ने कहा कि 3 तारीख से लेकर 13 तारीख तक महिला ने कहीं भी दुष्कर्म या अन्य रिपोर्ट नहीं दी तो ऐसे में पुलिस क्या कर सकती थी. जब पीड़ित लोग बीजेपी से आकर मिले तो उनकी तुरंत बयान लिए गए और रिपोर्ट दर्ज की गई.
नेता प्रतिपक्ष बोले अगर पुलिस ने पीड़ित की सहायता की होती तो उसे डीजीपी तक नहीं आना होता सरकार बोली कार्रवाई जारी है एसएचओ और पुलिस अधीक्षक को किया गया एपीओ न्यायिक जांच जारी महेंद्र राठौड़ बोले मामले की सीबीआई जांच तो कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा बोले कि राठौड़ जिस मामले कि सीबीआई की जांच मांग रहे हैं उनके रिश्तेदारों ने ही उसे मारा है.