जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार में हाईब्रिड फार्मूले को लेकर छिड़ी अंदरूनी जंग के बीच शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने बड़ा बयान दिया है. सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि हाईब्रिड फार्मूला क्या है, ये नाम किसने दिया, ये मीडिया की उपज है और बीजेपी इसे जबरदस्ती मुद्दा बना रही है.
सीएम गहलोत ने कहा कि अगर कोई आपत्ति थी तो बैठ कर बात करनी चाहिए थी. साथ ही उन्होंने कहा कि विकास की बात होनी चाहिए, पार्षद चुन कर आता है वो विकास पर काम करना चाहता है, स्थानीय मुद्दे होते है और समस्याएं होती है, विकास में निकाय चुनाव का बड़ा महत्व होता है.
सीएम गहलोत ने कहा कि बीजेपी को इसमें भड़काने का काम नहीं करना चाहिए. बाहर का व्यक्ति निकाय प्रमुख बनेगा तो पार्षद कैसे सहन करेंगे. बाहर के व्यक्ति को निकाय प्रमुख के तौर पर थोपा गया तो पार्षद ही विद्रोह कर देंगे. वहीं, इस मामले में बीजेपी की ओर से अनावश्यक भ्रम फैलाया गया है. सीएम ने कहा कि यूडीएच मंत्री ने मुझे बताया है केवल विशेष परिस्थितियों में ही गैर पार्षद को निकाय प्रमुख का चुनाव लड़ाया जा सकता है.
कांग्रेस, भाजपा, बसपा सहित पार्टियों के प्रदेशाध्यक्षों को ही तो टिकटों पर फैसला करना है. सीएम गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी का काम ही अफवा फैलाना है. बता दें कि हाईब्रिड फार्मूले पर प्रदेश की सरकार ने यू टर्न ले लिया है. सरकार ने अपने ही फैसले को बदलते हुए निकाय प्रमुख का चुनाव अब पार्षदों के द्वारा करवाने का फैसला लिया है.