जयपुर. गुरु नानक देव के 550 में प्रकाश वर्ष के अवसर पर बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर शब्द कीर्तन गुरबाणी पाठ का आयोजन हुआ. मुख्यमंत्री गहलोत सहित सिख समाज और विभिन्न धार्मिक गुरु ने राजस्थान की खुशाली और उन्नति के लिए अरदास की.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घोषणा करते हुए कहा कि राजस्थान में सिख समाज में मैरिज रजिस्ट्री के लिए आनंद मैरिज एक्ट को मंजूरी दी गई है. साथ ही सीएम गहलोत ने कहा कि सिख समाज के स्टूडेंट्स को प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने के लिए कड़ा पगड़ी और कृपाण उतारने की आवश्यकता नहीं है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की इस घोषणा के चलते सिख समाज के लोगों ने उन्हें धन्यवाद दिया है. दरअसल, बीते दिनों लगातार ये खबरे आ रही थी कि जब परीक्षा होती थी तो सिख समाज के छात्रों के कड़े, पगड़ी और कृपाण हटवाए जाते थे, जिसके चलते सिक्ख समाज में नाराजगी थी.
लेकिन अब इस निर्णय के बाद सिखों की आस्था को किसी तरह की ठेस नहीं पहुचेगी. बता दें कि केंद्र सरकार ने पहले ही सिक्ख समाज को आनंद मैरीज एक्ट का फायदा दे रखा था. लेकिन अब केंद्र के बाद राजस्थान सरकार ने भी प्रदेश में इस मैरीज एक्ट को लागू कर दिया है. जिसके लिए सिख समाज के लोगों ने बुधवार को मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया.