जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को जोबनेर के श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय में हाईटेक एग्री एक्सपो-2022 (कृषि मेला) का उद्घाटन (cm ashok gehlot inaugurated Agri Expo-2022 in jaipur) किया. इस मौके पर सीएम गहलोत ने कहा कि सरकार चाहे केंद्र की या राज्य की कृषि प्राथमिकता में होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने जो कहा वो करके दिखाया है. राजस्थान देश का पहला राज्य है जिसने कृषि का अलग बजट पेश करने की घोषणा की थी. इस साल हमने अलग कृषि बजट पेश करते हुए इस क्षेत्र के लिए करीब 79 हजार करोड़ रूपए की धनराशि का प्रावधान किया है. आने वाले समय में हमारे किसान भाई कैसे खुशहाल रहें और उन्हें अपने उत्पादों की उचित कीमत कैसे मिले इस दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं?.
किसानों के हित की बात नहीं की, काम किया है: सीएम गहलोत ने कहा कि हमने सिर्फ किसानों के हित की बात नहीं की बल्कि इस दिशा में कदम भी उठाए हैं, पिछले तीन साल में लिए गए हमारे फैसले दर्शाते हैं कि किसानों के कल्याण के लिए हमारी सरकार समर्पित भाव से प्रयास कर रही है. गहलोत ने कहा कि कोई भी व्यक्ति, समाज, संगठन अथवा संस्थान हो, उसकी साख कायम रहना बहुत जरूरी है. जोबनेर कृषि महाविद्यालय ने भी अपनी एक साख कायम की थी. इसी साख को देखते हुए जोबनेर से आए किसानों की मांग पर हमारी सरकार ने वर्ष 2013 में इसे राव साहब श्री कर्ण नरेंद्र के नाम पर कृषि विश्वविद्यालय बनाने का फैसला किया था. इसके साथ ही उसी वर्ष कोटा और जोधपुर में भी कृषि विश्वविद्यालय खोले गए थे.
शोध कार्याें का लाभ किसान के खेतों तक पहुंचे: मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालयों का यह प्रयास होना चाहिए कि उनके वहां हो रहे शोध कार्याें का लाभ किसान के खेतों तक कैसे पहुंचे?. उन्होंने कहा कि खेत-खलिहान के साथ ही घर की छतों पर पानी की एक-एक बूंद कैसे बचाई जाए यह भी सभी को सोचना होगा. उन्होंने श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय को फव्वारा सिंचाई एवं बूंद-बूंद सिंचाई के लाभ किसानों को समझाने की दिशा में कार्य करने को कहा. साथ ही उम्मीद जताई कि तीन दिवसीय कृषि मेले का लाभ किसानों को जरूर मिलेगा.
जोबनेर में बायपास बनाने की घोषणा: गहलोत ने जोबनेर कृषि विश्वविद्यालय के बीच में से निकल रही सड़क के कारण हो रही परेशानियों को देखते हुए वहां बायपास बनवाने की घोषणा की है. 5 से 7 कि.मी. लंबे इस बायपास पर करीब 46 करोड़ रूपए का खर्च आएगा. उन्होंने कहा कि विधायकों एवं जन प्रतिनिधियों की मांगों को पूरा करने में हमारी सरकार ने पिछले 3 साल में कोई कमी नहीं रखी है. वर्ष 2022-23 के बजट में हर वर्ग के लिए प्रावधान किए गए हैं. मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का दायरा बढ़ाते हुए इसमें 10 लाख रूपए तक के निःशुल्क इलाज का प्रावधान किया गया है. स्वास्थ्य बीमा योजना से जुड़े 1 करोड़ 33 लाख परिवारों की महिला मुखिया को राज्य सरकार की ओर से स्मार्ट फोन दिए जाएंगे ताकि वे सरकारी योजनाओं का घर बैठे लाभ उठा सकें. उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए अलग से कॉ-ओपरेटिव बैंक स्थापित किया जाएगा.
किसानों को दिया लाभ: मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आधारभूत ढांचा मजबूत करने का कार्य किया जा रहा है. हमारी सरकार ने किसानों को 20 हजार करोड़ के कृषि ऋण बिना ब्याज के उपलब्ध कराए हैं. उन्होंने कहा कि किसानों को एक हजार रूपए प्रति माह बिजली बिल में सब्सिडी दी जा रही है. इससे करीब साढ़े पांच लाख किसानों का बिजली बिल शून्य हो गया है. कृषि मेला एग्री एक्सपो आयोजन जोबनेर की धरा श्री कर्ण नरेंद्र कृषि महाविद्यालय में आज से शुरू हुआ है. यह मेला 30 मार्च 2022 को रखा जाएगा. कृषि मेला एग्री एक्सपो-2022 (Agri Expo-2022) मैं किसानों की समस्याओं का समाधान कृषि वैज्ञानिकों की ओर से किया जाएगा और अत्याधुनिक नई विकसित कृषि से संबंधित योजनाओं के बारे में बताया जाएगा.
यह लगे मेले में: तीन दिवसीय कृषि मेले में ड्रोन प्रदर्शन, स्मार्ट कृषि मॉडल, जैविक एवं प्राकृतिक खेती, एग्री स्टार्टअप और एफ.पी.ओ., कृषि योजनाएं एवं लोन संबंधित जानकारी, फल, सब्जी, फूल, क्विज, रस्साकस्स्सी सहित अन्य प्रतियोगिता, हाइटेक बागवानी, पानी नमूनों की जांच, विश्वविद्यालय प्रकाशन की बिक्री, पशु प्रतियोगिता, सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा. मुख्यमंत्री ने जैव विविधता पार्क का अवलोकन किया और पौधरोपण कर कृषि प्रदर्शनी को देखा. मुख्यमंत्री की ओर से विश्वविद्यालय मुख्यालय और संगठन इकाइयों पर नवनिर्मित का भी उद्घाटन किया गया.
इस दौरान विश्वविद्यालय के नव स्थापित कृषि महाविद्यालयों के भवनों का शिलान्यास भी किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री आत्मा योजना के अंतर्गत दो राज्य स्तरीय पुरस्कार भी दिए गए. साथ में एग्री एक्सपो-2022 स्मारिका और दो पुस्तकों का विमोचन भी किया. इस मेले में लगभग 110 कृषि प्रदर्शनी भी लगाई गई हैं. जिसमें कृषि, बागवानी, पशु पालन संबंधित तकनीकी जानकारी प्रदर्शित की जाएगी. मेले में विश्वविद्यालय की ओर से विकसित की गई विभिन्न फसलों की उन्नत किस्मों के बीजों का वितरण किया जाएगा.