जयपुर. केंद्र सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल का पहला बजट प्रस्तुत कर दिया है. जिसके बाद राजनीतिक दलों की प्रकिया आ रही है. राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर केंद्र सरकार के बजट पर प्रतिक्रिया दी है.
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पूरा बजट केवल शब्दों और आंकड़ों के मायाजाल पर आधारित है। बजट की भाषा अच्छी है लेकिन भावना नहीं।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 5, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
केंद्र सरकार ने इस बजट में स्मार्ट सिटी, स्किल इण्डिया, मेक इन इण्डिया जैसी अपनी ही लोक लुभावन योजनाओं को आगे ले जाने का कोई विजन नहीं दिखाया है। #Budget2019
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केंद्र सरकार ने इस बजट में स्मार्ट सिटी, स्किल इण्डिया, मेक इन इण्डिया जैसी अपनी ही लोक लुभावन योजनाओं को आगे ले जाने का कोई विजन नहीं दिखाया है। #Budget2019
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— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 5, 2019
केंद्र सरकार ने इस बजट में स्मार्ट सिटी, स्किल इण्डिया, मेक इन इण्डिया जैसी अपनी ही लोक लुभावन योजनाओं को आगे ले जाने का कोई विजन नहीं दिखाया है। #Budget2019
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सीएम गहलोत कहा है कि एनडीए सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट को दिशाहीन और निराशाजनक है. यह गांव, गरीब और किसानों के लिए इस बजट में कुछ नहीं है. इन नामों का इस्तेमाल केवल स्लोगन के तौर पर बजट में किया गया है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने ट्वीट में कहा है कि यह इस बजट के उद्देश्य स्पष्ट नहीं हैं. बजट में अर्थव्यवस्था में तेजी लाने, नए रोजगार सृजित करने और निवेश बढ़ाने को लेकर कोई ठोस समाधान नहीं हैं. साथ ही किसानों की समस्या से निपटने के लिए कोई ठोस योजना इस बजट में नहीं है. वहीं गहलोत ने कहा कि मध्यम वर्ग और वेतनभोगी वर्ग को भी बजट में कोई राहत नहीं मिली है. पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ने से आम लोगों पर सीधा बोझ बढ़ेगा. बजट भाषण में वित्त मंत्री ने विभिन्न बजटीय आवंटन का भी उल्लेख नहीं किया गया है.