जयपुर. नगर निगम को सबसे ज्यादा आय यूडी टैक्स के रूप में ही होती है. ऐसे में निगम प्रशासन की नजर हर साल यूडी टैक्स वसूली पर रहती है. इस वित्तीय वर्ष में 1 अप्रैल से अब तक चार महीने में नगर निगम को यूडी टैक्स में लगभग 22 करोड़ रुपए की आय हुई है. ऐसे में इस वसूली में सिविल लाइन जोन सबसे आगे रहा, तो दूसरे स्थान पर मोती डूंगरी रहा, तीसरे स्थान पर नगर निगम मुख्यालय और चौथे स्थान पर सांगानेर जोन रहा. वहीं यूडी टैक्स वसूली में सबसे पीछे आमेर जोन रहा है, जहां बीते चार महीने में सिर्फ 42.20 लाख रुपए की आय हो पाई है.
इस संबंध में रेवेन्यू उपायुक्त नवीन भारद्वाज ने बताया कि रेवेन्यू नगर निगम की रीढ़ है. ऐसे में इस साल शुरुआत से ही रेवेन्यू इकट्ठा करने पर प्लान किया गया था. जिसके चलते अब तक तकरीबन 22 करोड़ रेवेन्यू वसूला जा चुका है. वहीं बीते साल की तुलना में इस बार तकरीबन 9 करोड़ रुपए ज्यादा वसूला गए है.
जोन वार यूडी टैक्स की वसूली - जोन राशि
मोती डूंगरी - 4 करोड़ 35 लाख 96 हज़ार
हवामहल पश्चिम - 83 लाख 83 हज़ार
हवामहल पूर्व - 96 लाख 18 हज़ार
विद्याधर नगर - 1 करोड़ 67 लाख 45 हज़ार
सिविल लाइंस - 7 करोड़ 1 लाख 58 हज़ार
सांगानेर - 2 करोड़ 50 लाख 21 हज़ार
मानसरोवर - 1 करोड़ 42 लाख 11 हज़ार
आमेर - 42 लाख 20 हज़ार
मुख्यालय - 2 करोड़ 63 लाख 89 हज़ार
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बता दे कि बीते साल जयपुर नगर निगम अपने तय लक्ष्य के करीब भी नहीं पहुंच पाया था. ऐसे में इस बार शुरुआत से ही निगम प्रशासन की ओर से डोर टू डोर का प्लान चलाया जा रहा हैं. जिस का नतीजा ये रहा कि इस बार कुछ जोन में उम्मीद से भी ज्यादा वसूली की जा सकी.