रेनवाल (जयपुर). देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा इस वर्ष कठिन साबित हुई थी. आईआईटी दिल्ली ने सोमवार को जारी किए गए परिणामों ने ये स्पष्ट कर दिया. परिणामों का विश्लेषण करने पर सामने आया है कि इस बार पेपर कठिन होने के कारण ही कटऑफ बहुत कम रही. इस परीक्षा में चिराग फलोड़ ने पहला स्थान हासिल किया है.
पुणे में रहने वाले चिराग का जयपुर जिले के रेनवाल कस्बे से गहरा नाता है. चिराग के परदादाजी शिवभगवान फलोड़ और दादाजी बालकिशनजी रेनवाल में रहते थे, जो बाद में कलकत्ता शिफ्ट हो गए. चिराग के पिता पवन फलोड़ का पुणे में नौकरी करते हैं. चिराग ने पुणे में रहकर जेईई की परीक्षा दी थी और 396 में से 352 अंक हासिल किए हैं. चिराग ने सितंबर में हुई जेईई मेंस परीक्षा में 12वीं रैंक हासिल कर 100 पर्सेंटाइल हासिल किया था.
चिराग ने जनवरी महीने में अमेरिकन मैथेमेटिक्स ओलंपियाड़ में गोल्ड मेडल जीतना था. जिस पर महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा बाल शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी चिराग की प्रशंसा करते हुए सम्मान किया था.चिराग के चाचा मनीष फलोड़ बताते हैं कि चिराग शुरू से ही तेज दिमाग का है. उसकी गणित और खगोल विज्ञान में गहरी रूचि है. चिराग के जेईई एडवांस्ड में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर शहर के लोगों ने खुशी जताई है.
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वहीं, चिराग ने बताते हैं कि जेईई की परीक्षा अब तक की सबसे कठिन परीक्षा है, क्योंकि इसमें समय की कमी होती है. मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी), अमेरिका में एडमिशन पाने के बावजूद, मैंने जेईई की परीक्षा देने का फैसला किया. पहला स्थान प्राप्त करने पर बेहद खुशी है. चिराग भारत के उन पांच छात्रों में से एक हैं, जिन्होंने इस साल एमआईटी में अपनी सीट सिक्योर कर ली है.
यह रही कटऑफ...
इस वर्ष ओपन कैटेगिरी की औसतन कट ऑफ 17.50, विषयवार 5 प्रतिशत, ओबीसी और एडब्ल्यूएस की औसतन 15.75 और विषयवार 4.50 प्रतिशत, एससी व एसटी एवं शारीरिक विकलांग वर्ग की औसतन 8.75 एवं विषयवार 2.50 प्रतिशत कट ऑफ रही. गत दो वर्षों के मुकाबले इस वर्ष सामान्य श्रेणी की कट ऑफ 7.5 प्रतिशत, ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस की 6.75, एससी, एसटी एवं शारीरिक विकलांग विद्यार्थियों की 3.75 प्रतिशत कम रही.
इस वर्ष इनफार्मेशन बुलेटिन के अनुसार मेरिट लिस्ट में शामिल होने के लिए विद्यार्थियों को विषयवार और औसतन दोनों कटऑफ पहले घोषित की थी, जो कि सामान्य श्रेणी के लिए विषयवार 10 प्रतिशत और औसतन 35 प्रतिशत तथा ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस श्रेणी के विद्यार्थियों के लिए विषयवार 9 प्रतिशत एवं औसतन 31.5 प्रतिशत थी. वहीं एससी व एसटी वर्ग के विद्यार्थियों के लिए विषयवार 5 प्रतिशत एवं औसतन 17.5 प्रतिशत थी. गतवर्षों में भी इसी के आस-पास कटऑफ रहती थी। वहीं वर्ष 396 अंकों का पेपर हुआ। जिसके अनुसार ओपन कैटेगिरी की औसतन कट ऑफ 69 अंक, विषयवार मात्र 6 अंक, ओबीसी व एडब्ल्यूएस की औसतन 62 व विषयवार 5, एससी व एसटी व शारीरिक विकलांग वर्ग की औसतन 34 व विषयवार 3 अंक पर कटऑफ रही.
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43204 छात्रों ने काउंसलिंग के लिए क्वालीफाई किया...
जेईई एडवांस परीक्षा में कुल 1 लाख 50 हजार 838 विद्यार्थी जेईई शामिल हुए. जिसमें से 43 हजार 204 विद्यार्थियों को काउंसलिंग के लिए क्वालीफाई घोषित किया गया. जिसमें सामान्य श्रेणी के 18 हजार 30, ओबीसी के 9349, ईडब्ल्यूएस की 5140, एससी के 7879,एसटी के 2818 विद्यार्थी शामिल हैं. इनमें 36497 छात्र और 6707 छात्राएं शामिल हैं. इस वर्ष विदेशों में निवासरत विभिन्न श्रेणियों के 255 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी. इनमें से 153 को काउंसलिंग के लिए क्वालीफाई किया गया.