विराटनगर (जयपुर). विधानसभा क्षेत्र के नवरंगपुरा पंचायत के खेड़ा की ढाणी में सोमवार को एक हादसा हो गया. इस हादसे में एक 14 वर्षीय बालक की मृत्यु हो गई. स्थानीय लोगों के अनुसार बिजली विभाग की लापरवाही के चलते एक परिवार ने इकलौती संतान को खो दिया. विकलांग मां-बाप का इकलौता बेटा था. खेड़ा की ढाणी में राजेश सैनी का 14 वर्षीय पुत्र खेत के अंदर कोई वस्तु लेने जा रहा था. जहां बिजली की लाइन पेड़ से टच होने के कारण उसमें करंट आ गया और बालक पेड़ से चिपक गया.
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार हादसे की सूचना तुरंत बिजली विभाग को फोन करके दी गई, लेकिन फोन बार-बार करने के बावजूद अटेंड नहीं किया गया और बालक की दर्दनाक मृत्यु हो गई. अगर बिजली विभाग के कर्मचारी जिम्मेदारी से अपनी कर्तव्य का निर्वाह करते तो आज एक बालक की अकाल मृत्यु नहीं होती और परिवार का एकमात्र सहारा वह बालक जिंदा होता. स्थानीय लोगों ने बालक की मौत पर धरना देते हुए आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. साथ ही बालक के विकलांग माता-पिता को ध्यान में रखते मुआवजे की मांग की है.
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घटना की सूचना मिलते ही विराटनगर तहसीलदार त्रिलोक चंद गुप्ता, सरपंच मीनाक्षी देवी, विराटनगर थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभालते हुए ग्रामीणों को समझाइश की कोशिश की, लेकिन ग्रामीण इस दर्दनाक घटना के बाद आरोपी कर्मचारियों, अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
धरने की सूचना पर विराटनगर उपखंड अधिकारी राजवीर सिंह मौके पर पहुंचे. धरना दे रहे ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि विद्युत विभाग की जांच कमेटी के द्वारा पूरे मामले की जांच कराई जाएगी. यदि विद्युत कर्मी दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और 5 लाख रुपये मुआवजे की मांग को लेकर आश्वासन के बाद धरना समाप्त हुआ.
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विराटनगर क्षेत्र में हुए बिजली हादसे को लेकर जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर ने गहरा दुख जताते हुए पीड़ित परिवार के साथ अपनी संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने इस घटना को लेकर विराटनगर उपखंड अधिकारी राजवीर सिंह यादव एवं बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर से जानकारी लेते हुए पीड़ित परिवार को उचित मदद देने की बात कही. साथ ही कहा कि पीड़ित परिवार के साथ इस दुख की घड़ी में हम उनके साथ हैं.