जयपुर. प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के बीच बीजेपी ने कानून व्यवस्था को बड़ा मुद्दा बना लिया है. बीजेपी के तमाम नेता महिला, कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार को मुद्दा बना कर गहलोत सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं बीजेपी की ओर से लगाए जा रहे तमाम आरोपों पर सीएम गहलोत ने जमकर पलटवार किया है. गहलोत पीएम मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर तो बरसे साथ मे केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखवात पर और ज्यादा तीखा हमला बोला. गहलोत ने शेखवात को सबसे बेशर्म इंसान करार दिया.
पीएम दें स्पष्टीकरण : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कोई भी काम नहीं रुक रहा है, फैसले भी बराबर हो रहे है, घोषणाएं अब लागू भी हो पा रही है. हमारी कोशिश है कि बिजली सप्लाई पूरी देने की लेकिन हम चाह कर भी जनता को कोयला संकट होने की वजह से पूरी बिजली नहीं दे पा रहे हैं. लेकिन रबी की सीजन के लिए पर्याप्त बिजली दी जाएगी. गहलोत ने कहा कि ग्रामीण शहरी ओलंपिक 5 अगस्त से शुरू होने जा रहे हैं, करीब 60 लाख लोगों ने पंजीकरण कराया है, यह अपने आप में एक इतिहास बना है. इसके बाद गहलोत ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री घबरा गए है, मणिपुर की घटनाओं के साथ में राजस्थान को जोड़ रहे हैं. मणिपुर में सैकड़ों महिलाओं के रेप जैसी घटनाएं हुई, उससे हमारी तुलना की जा रही है, मुझे दुख होता है. जोधपुर में जो घटना हुई वह एबीवीपी के विद्यार्थी थे, वह पकड़े गए हैं उनका नाम नहीं ले रहे हैं, रेवड़ियां बांटने के आरोप लग रहे हैं. गहलोत ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री इस मामले में स्पष्टीकरण दें, हम आलोचना से नहीं घबराते हैं उनकी तरह, राजस्थान और छत्तीसगढ़ का जिक्र किया, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश जो क्राइम में नंबर वन हो रहे हैं उनका ज़िक्र क्यों नहीं करते हैं ? केवल राजस्थान का जिक्र करते हैं.
सीएम के चेहरे को दरकिनार किया : गहलोत ने कहा कि बीजेपी में कई नेता मुख्यमंत्री का चेहरा बने घूम रहे हैं, जबकि जो मुख्यमंत्री का चेहरे हैं उनको ढ़का हुआ है. नहीं सहेगा राजस्थान अभियान में सचिवालय घेराव में 1 लाख लोगों की बातें कर रहे थे, 15 से 20 हजार लोग घेराव में आए. उसमें वसुंधरा राजे क्यों शामिल नहीं हुई उनको क्यों छुपा रखा है? वह दो बार मुख्यमंत्री रही हैं उनको भी आगे लाना चाहिए. केवल मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं, हम जनता की भलाई के काम के आधार पर चुनाव लड़ना चाहते हैं. गहलोत ने आगे कहा कि पीएम मोदी विश्व गुरु है, उनको चुनाव में क्यों लेकर आ रहे हो ? क्या आप लोग काबिल नहीं है, आपका हाईकमान आप पर भरोसा नहीं कर रहा है. इसलिए मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ रहे हैं. गहलोत ने कहा कि ये जो मुख्यमंत्री की उम्मीदवार हैं वो घर बैठी हैं.
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ओछे स्तर का कमेंट : गहलोत ने कहा कि मेरे स्वास्थ्य को लेकर जो बात कही गई, इतने ओछे स्तर का कमेंट राजनीति में कभी नहीं किया गए. बंगाल में जिस तरह से ममता बनर्जी चुनाव जीत गई थी, इस तरह से उन्हें भी डर है कि अशोक गहलोत कहीं पैर में पट्टी बांधने से चुनाव नहीं जीत जाए. मैं अपने सिटी स्कैन भेज सकता हूं, बीजेपी के नेताओं को बताने के लिए, मेरा पुराना खून बाहर आ गया फ्रैक्चर ठीक होने में देरी लगेगी. गहलोत ने उस बात पर भी स्पस्टीकरण दिया जिसमें उन्होंने सरकार बचाने का श्रेय पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को दिया. गहलोत ने कहा कि वसुंधरा राजे ने कोई सरकार नहीं बचाई, उन्होंने अपना विचार दिया था कि हमारे यहां कोई परंपरा नहीं रही है सरकार गिराने की.
बेशर्म व्यक्ति शेखवात : दिल्ली में दर्ज मानहानि केस पर गहलोत ने कहा, कि मैं होम मिनिस्टर हूं, लोग आकर मिले. लोगों ने मुझे अपने करोड़ों रुपए डूबने की बात कही क्या मैं होम मिनिस्टर के रूप में लोगों की परवाह नहीं करूं ? संजीवनी के केस में उनके परिवार पर आरोप थे, इनकी सोच निम्न स्तर की है. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखवात सबसे बेशर्म इंसान है. गहलोत ने कहा कि संजीवनी में शेखावत और इनका परिवार आरोपी है. इनके बाद गहलोत ने शेखवात के उस बयान पर भी जवाब दिया जिसमें उन्होंने गहलोत के पैर में कील लगने पर मजाक बनाया था, गहलोत ने कहा आज ये लोग मेरे पैर में कील की बात कर रहे हैं अगर इनको मेरी चोट पर शक है तो मैं रिपोर्ट भेज देता हूं.
मेडिकल प्रीमियम राहत : इस मौके पर सीएम गहलोत ने एससी, एसटी, ओबीसी और EWS को चिरंजीवी योजना में बड़ी राहत दी. साथ ही कहा कि इन वर्गों का मेडिकल प्रीमियम अब सरकार भरेगी. इन वर्गों को अब 850 रुपए का चिरंजीवी बीमा प्रीमियम नहीं देना होगा. इसके लिए सरकार पर 425 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार आएगा.