जयपुर. चाकसू सिविल कोर्ट परिसर में गुरुवार को चाकसू कोर्ट का 10वां स्थापना दिवस मनाया गया. जिसमें बतौर मुख्य अतिथि राजस्थान उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य व प्रशासनिक न्यायाधिपति मनिंद्र मोहन श्रीवास्तव शामिल हुए. इस दौरान उनके साथ कार्यक्रम में हाईकोर्ट के जस्टिस अनिल कुमार उपमन भी मौजूद रहे. वहीं, कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला व सत्र न्यायाधीश नंदनी व्यास ने की. इस अवसर पर चाकसू बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अधिवक्ता एनएल शर्मा ने सबसे पहले कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए हाईकोर्ट के न्यायाधिपति को चाकसू कोर्ट की स्थापना से जुड़ी जानकारियां दी.
साथ ही उन्होंने चाकसू में एडीजे कोर्ट खोलने, अधिवक्ताओं के लिए 50 चैंबर बनवाने, दो सभागार कक्षों के निर्माण समेत माधोराजपुरा तहसील को चाकसू न्यायालय के क्षेत्राधिकार में रखने की भी मांग उठाई. वहीं, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य व प्रशासनिक न्यायाधिपति मनिंद्र मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि न्यायालय कोई छोटा बड़ा नहीं होता है, जहां लोगों को न्याय मिलता है, वही सबसे बड़ा कोर्ट होता है.
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न्यायालय परिसर में अधिवक्ताओं और पक्षकारों के लिए सभी आवश्यक सुविधाए होनी चाहिए. चाकसू बार की मांगों को लेकर जस्टिस श्रीवास्तव ने कहा कि सभी मांगों पर विचार करके शीघ्र ही उसे पूरा करने का प्रयास किया जाएगा. इससे पहले चाकसू बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एनएल शर्मा व महासचिव दुर्गा प्रसाद बैरवा ने अतिथियों का माला, साफा व स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मान किया.
वहीं, कार्यक्रम में सम्माननीय अतिथि विशाल भार्गव अपर जिला न्यायाधीश संख्या 11 सांगानेर, मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट नरेश कुमार खत्री और विकास राम चौधरी महानगर मजिस्ट्रेट क्रम संख्या 19 सहित अन्य स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे.