जयपुर. राजधानी के शास्त्री नगर थाना इलाके में 3 युवकों ने दसवीं की फर्जी अंकतालिका लगा ग्रामीण डाक सेवक की नौकरी प्राप्त कर (3 got govt job with fake marksheet) ली. युवकों के दस्तावेज सत्यापन के दौरान अंकतालिका के फर्जी पाए जाने पर शुक्रवार को तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है.
प्रकरण की जांच कर रहे जांच अधिकारी हेमंत ने बताया कि भारतीय डाक विभाग के जयपुर देहात मंडल कार्यालय के अधीक्षक मोहन सिंह मीणा ने तीन युवकों के खिलाफ फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नियुक्ति पाने की शिकायत दर्ज करवाई है. शिकायत में बताया गया है कि जयपुर देहात मंडल में रिक्त चल रहे 146 ग्रामीण डाक सेवकों के पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए, जिसका परिणाम जून 2022 में जारी किया गया. चयनित अभ्यर्थियों को अगस्त माह में उनके मूल दस्तावेजों के साथ बुलाया गया और नियुक्ति दी गई. जब चयनित व्यक्तियों के दस्तावेजों की जांच की गई, तो 3 लोगों की दसवीं की अंकतालिका फर्जी पाई गई.
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इन युवकों ने दी फर्जी अंकतालिका: चयनितों के दस्तावेजों की जांच की गई, तो गोविंदगढ़ निवासी विनोद कुमार सबल की महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान, भोपाल की दसवीं की अंकतालिका सत्यापन के दौरान फर्जी पाई गई. विनोद को सामोद उप डाकघर में नियुक्ति दी गई, जिसे अब निरस्त कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है. इसी प्रकार से करौली निवासी राजकुमार मीणा की राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान की दसवीं की अंकलालिका सत्यापन के दौरान फर्जी पाई गई.
राजकुमार को विराटनगर उप डाकघर में नियुक्ति दी गई, जिसे अब निरस्त कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है. इसी प्रकार से करौली निवासी शिवराज मीणा की राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान की दसवीं की मार्कशीट सत्यापन के दौरान फर्जी पाई गई. शिवराज को तूंगा उप डाकघर में नियुक्ति दी गई थी, जिसे अब निरस्त कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच करना शुरू किया है.