जयपुर. विधानसभा चुनाव में प्रदेश में बनाए गए भाजपा के नए सदस्यों के री- वेरिफिकेशन के दौरान मिसिंग मिले करीब 30 लाख सदस्यों के मामले में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी ने सफाई दी है.
सैनी के अनुसार जो सदस्य री-वेरिफिकेशन में मिसिंग मिले वो वास्तव में मिसिंग नहीं हैं बल्कि पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं लेकिन अधिकतर के मोबाइल नंबर बदलने और दूसरे राज्यों में बतौर प्रवासी के जाने के कारण वो री-वेरिफिकेशन में मिसिंग है. सैनी के अनुसार पार्टी फ़ोन के जरिये अपने नए सदस्यों का सत्यापन कर रही है इसलिए ये आंकड़े सामने आए.
सैनी के अनुसार यदि पार्टी के नए सदस्य निष्ठावान नहीं होते तो विधानसभा चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन खराब होता. हालांकि सैनी इस दौरान ये भूल गए की राजस्थान में विधानसभा चुनाव भाजपा हार गई थी लेकिन सैनी को लगता है कि जो प्रदर्शन भाजपा का रहा वो बेहतर था.
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने देशभर में नए सदस्य बनाने का अभियान चलाया था जिसके तहत राजस्थान में करीब 80 लाख नए सदस्य बनाने का दावा किया गया था. नए सदस्य मोबाइल पर मिस कॉल के जरिये बनाये गए और उसका री-वेरिफिकेशन भी मोबाइल के नम्बर के आधार पर किया गया तो करीब 30 लाख सदस्य मिसिंग मिले थे.