जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से ED को लेकर दिए बयान पर बीजेपी ने आक्रामक रुख अपना लिया है. बीजेपी कहा कि सीएम गहलोत संवैधानिक पद पर रहते हुए और कितनी बार इस पद की गरिमा को खंडित करने का कार्य करेंगे ? इस पद पर रहते हुए लोकतंत्र के चारों स्तंभों पर अनर्गल टिप्पणी करने का रिकॉर्ड बना दिया है . उन्होंने कहा कि अगर कुछ गड़बड़ नहीं की तो फिर सीएम गहलोत और कांग्रेस के नेताओं को डर किस बात का है.
डर किस बात का : बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जैसे अनुभवी और सीनियर नेता इस प्रकार के शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं ,यह कहीं न कहीं उनका डर है जो निकल रहा है . उनको डर सता रहा है कि अब तक जो काला चेहरा छुपा के रखा हुआ था, वह जनता के सामने आने वाला है . जोशी ने कहा कि जब प्रदेश के लाखों युवाओं का भविष्य बर्बाद किया उस वक्त क्यों डर नहीं लगा. प्रदेश के बड़े पुलिस अधिकारी स्पष्ट रूप से कहते हैं कि सरकार बड़ी मछली तक हाथ नहीं पहुंचने देना चाहती और अब जब भ्रष्टाचार उजागर होने लगा है तो जनता तो इसका स्वागत कर रही है, लेकिन मुख्यमंत्री और कांग्रेस को इसका डर सता रहा है. जोशी ने सवाल खड़े किए कि अगर मुख्यमंत्री इतने ही ईमानदार हैं तो डर किस बात का है, हो जाने दीजिए ED की करवाई, क्यों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अंदर से डर सत्ता रहा है.
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मुख्यमंत्री @ashokgehlot51 जी आप संवैधानिक पद पर रहते हुए और कितनी बार इस पद की गरिमा को खंडित करने का कार्य करेंगे।
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आप ने इस पद पर रहते हुए लोकतंत्र के चारों स्तंभों पर अनर्गल टिप्पणी करने का रिकॉर्ड बना दिया है।
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— Rajendra Rathore (@Rajendra4BJP) October 27, 2023
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पद की गरिमा को किया खंडित : नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएम गहलोत संवैधानिक पद पर रहते हुए और कितनी बार इस पद की गरिमा को खंडित करने का कार्य करेंगे. इस पद पर रहते हुए लोकतंत्र के चारों स्तंभों पर अनर्गल टिप्पणी करने का रिकॉर्ड बना दिया है. प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी को लेकर आज फिर दिया गया बयान बेहद निंदनीय है. वैधानिक संस्था को लेकर इस तरह की स्तरहीन टिप्पणी कांग्रेस की मानसिकता और बौखलाहट को दर्शाता है. बता दें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्यों में हो रही ED की कार्रवाई पर कहा था कि ED कुत्ते की तरह काम कर रही है. छत्तीसगढ़ के सीएम के बयान को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, जिसके के बाद बीजेपी आक्रामक है.
गारंटी देने के नाम पर झूठे वादे : राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि राजस्थान के इतिहास में पहली बार ऐसी सरकार है जो अपने खोए जनाधार को बचाने के लिए प्रदेश की जनता को गारंटी देने के नाम पर झूठे वादों की झड़ी लगा रही है. कांग्रेस ने 5 साल पूर्व जनता को विकास के कपोल कल्पित सपने दिखाए. जिसका धरातल पर साकार होने का इंतजार करके जनता थक गई. कांग्रेस की 7 गारंटी का मतलब फिर से 7 गुना भ्रष्टाचार की गारंटी है . राठौड़ ने कहा कि किसान कर्जमाफी, बेरोजगारी भत्ता, गुणवत्ता युक्त शिक्षा, महिला सुरक्षा, निःशुल्क स्मार्टफोन, निःशुल्क बिजली, निःशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट, निःशुल्क इलाज, ओपीएस और कामधेनु बीमा योजना जैसी थोथी घोषणाओं की वास्तविकता से जनता भली भांति परिचित है.
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जनता ने कांग्रेस के भ्रष्टाचार और सुशासन के राज में 5 साल बेहाल होकर गुजारे हैं, अब वह कांग्रेस की इस तरह की चुनावी गारंटियों के झांसे में नहीं आएगी . राठौड़ ने कहा कि सरकार एक ओर चुनावी गारंटी दे रही है ,वहीं दूसरी ओर राज्य के वित्तीय कुप्रबंधन के हालात किसी से छिपे नहीं हैं. राजस्थान 41 प्रतिशत से ज्यादा कर्जभार में है . आरबीआई की ताजा रिपोर्ट के अनुसार 2022-23 के दौरान राजस्थान का कर्ज बढ़कर 5 लाख 37 हजार 13 करोड़ हो गया है, जो 1 साल पहले 4 लाख 58 हजार 89 करोड़ था. आर्थिक हालात इतने बदतर हैं कि नियमित खर्चे संबंधी आम कर्मचारी से लेकर बड़े अधिकारियों तक का भुगतान ट्रेजरी के पास रुका हुआ है. ऐसे में कांग्रेस की 7 गारंटियों के भी हाल वही होंगे जो कांग्रेस की अन्य अधूरी योजनाओं के हैं.