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BJP Muslim Card : कर्नाटक चुनाव के बाद भाजपा का फोकस अल्पसंख्यक समुदाय पर, बनाई ये खास रणनीति

आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव के बीच अब बीजेपी ने मुस्लिम कार्ड खेलना शुरू कर दिया. कटर हिंदुत्व को छोड़ भाजपा ने अब अल्पसंख्यक समुदाय पर विशेष फोकस करना शुरू कर दिया है. इस रणनीति के तहत देशभर में अल्पसंख्यकों के सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे. बीजेपी के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक मोर्चे ने इसके लिए राजस्थान के हुसैन खान को राष्ट्रीय प्रभारी का जिम्मा सौंपा है.

BJP Muslim Card
भाजपा का फोकस अल्पसंख्यक समुदाय पर
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Published : Jun 2, 2023, 5:42 PM IST

हुसैन खान ने क्या कहा, सुनिए...

जयपुर. कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद अब बीजेपी ने 2023 में होने वाले पांच राज्यों के चुनाव और 2024 में होने वाले लोकसभा के चुनाव में अपनी रणनीति में बदलाव किया है. बीजेपी अब हिंदुत्व के साथ-साथ मुस्लिम वोटों को साधने की कवायद में जुट गई है. यही वजह है कि बीजेपी ने मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर आयोजित महाजनसंपर्क अभियान के दौरान मुस्लिम वोटर से भी संपर्क साधने के लिए राष्ट्रीय प्रभारी के तौर पर राजस्थान के हुसैन खान को जिम्मा सौंपा है.

राष्ट्रीय प्रभारी अब सह प्रभारी के साथ साथ राज्यों, जिलों और मंडल स्तर एक संयोजक और चार सह संयोजक बनाए जाएंगे. इसमें खास बात ये है कि ये सभी प्रभारी देश के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में दिनों में मोदी सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार के लिए अल्पसंख्यक समुदाय के बीच में सम्मेलन करेंगे. जिसमें महिला, सूफी, प्रबुद्धजन सम्मेलन होंगे.

छवि बदलने की कवायद : दरअसल, अल्पसंख्यकों को लेकर बीजेपी हमेशा से ही विपक्षी पार्टियों के निशाने पर रही है. साल 2014 में मोदी सरकार के आने के बाद विपक्षी पार्टियों के हमले और तेज हो गए हैं. अब कांग्रेस समेत अन्य पार्टियों के हमलों को काउंटर करने के लिए बीजेपी ने बड़ी रणनीति तैयार कर ली है. बीजेपी ने अपने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक मोर्चे को सभी अल्पसंख्यकों को साधने की बड़ी जिम्मेदारी दी है. राष्ट्रीय प्रभारी नियुक्त हुए हुसैन खान ने बताया कि आगामी दिनों में देश के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चे की ओर से सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे.

पढ़ें : केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने सीएम गहलोत के दौरे पर कसा तंज, बोले भ्रष्टाचार पर मुहर लगाने आ रहे हैं बाड़मेर

इसके लिए अल्पसंख्यक मोर्चे की ओर से सबसे पहले प्रदेश, जिला और फिर मंडल स्तर पर एक संयोजक और चार सह संयोजक बनाए जाएंगी. जिसके बाद सूफी संवाद,अल्पसंख्यक प्रबुद्धजन सम्मेलन, पसमांदा सम्मेलन और महिला सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में प्रदेश स्तर पर एक संयोजन और चार सह संयोजक बनाए जाएंगे, जिला स्तर पर भी एक संयोजन और चार सह संयोजक बनाए जाएंगे. इसके बाद मंडल स्तर पर भी टीमों का गठन किया जाएगा. यहां भी सह प्रभारी बनाएं जाएंगे. ये भी कार्यकर्ता अलग- अलग कार्यक्रम के जरिए विपक्षी पार्टियों की और से भाजपा की अल्पसंख्यक विरोधी छवि को खत्म करने का काम करेंगे. केंद्र सरकार की योजनाओं में अल्पसंख्यक समुदाय को मिलने वाले लाभ की जानकारी एक एक मुस्लिम घर तक पहुंचाया जाएगा.

35 फीसदी अल्पसंख्यकों को मिला लाभ : हुसैन खान ने बताया कि मोदी सरकार में 300 से ज्यादा योजना जन कल्याण की चलाई जा रही है. इसमें अगर आंकड़े देंखें तो इन योजनाओं में अकेले अप्ल्संख्यक समुदाय ने 30 से 35 फीसदी लाभ लिया है. केंद्र की किसी भी योजनाओं को धर्म के नाम पर नहीं बांटा है. इतना ही नहीं, अल्पसंख्यकों के लिए अलग से भी योजना चलाई गई है. उन्होंने कहा कि देश में अनुमानित 17 फीसदी मुस्लिम समुदाय है, लेकिन योजनाओं का लाभ 30 से 35 फीसदी मिला है, यानी जनसंख्या के हिसाब से भी देखें तो दो गुना ज्यादा लाभ मिला है. हुसैन ने कहा कि अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकर्ता मोदी सरकार की योजनाओं से लाभान्वित अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के घर पर दस्तक देंगे. इसके लिए विशेष अभियान अभियान भी चलाएंगे.

पीएम नरेंद्र मोदी के सफलतम 9 वर्ष सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण महाजनसंपर्क अभियान के तहत सूफी संवाद, प्रबुद्धजनों के साथ बैठकर, महिला सम्मेलन, अल्पसंख्यक पसमांदा समाज सम्मेलन, लाभार्थियों के साथ सेल्फी सहित अलग-अलग कार्यक्रम करेंगे. इन कार्यक्रमों के जरिये अल्पसंख्यक समाज में प्रधानमंत्री की 300 योजनाओं का 30 से 35 प्रतिशत पहुंचे फायदों को घर-घर तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है.

65 लोकसभा सीटों पर विशेष फोकस : हुसैन खान ने बताया कि देश में 545 लोकसभा सीटें हैं, जिसमें से 65 ऐसी लोकसभा सीटें 40 फीसदी तक अल्पसंख्यक समुदाय हैं. इसी तरह से देश में 4 हजार 109 विधानसभा सीटें हैं, जिसमें से 750 से ज्यादा सीटों पर मुस्लिम समाज 35 से 40 फीसदी होने का दावा करता रहा है. इस महाजनसंपर्क अभियान में इन लोकसभा और विधानसभा सीटों पर विशेष फोकस किया जाएगा. मोदी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को लेकर यहां अल्पसंख्यकों को जागृत किया जाएगा. खास बात यह है कि इन सम्मेलनों में महिलाओं और सूफी संतों पर ज्यादा फोकस होगा, ताकि बीजेपी से अल्पसंख्यक समुदाय जुड़ सके. इस अभियान के तहत अल्पसंख्यक बहुल सीटों पर 5 हजार मोदी मित्र बनाए जाएंगे. हुसैन खान ने बताया कि आने वाले दिनों में दिल्ली में भी बड़ा सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें बीजेपी के राष्ट्रीय नेता शामिल होंगे.

बीजेपी का दावा- अल्पसंख्यकों को मिला फायदा :

  1. 300 योजना का 30 से 35 फीसदी अल्पसंख्यकों को मिला फायदा
  2. देश में 11 करोड़ शौचालय में 2.9 करोड़ अल्पसंख्यकों के लिए बने
  3. 9 करोड़ गैस कनेक्शन में 2.8 करोड़ अल्पसंख्यक
  4. 46 करोड़ जनधन खातों में से 30 फीसदी अल्पसंख्यकों के खुले
  5. 4 करोड़ आवास योजना में 40 लाख अल्पसंख्यक
  6. जनधन बीमा योजना, मुद्रा लोन योजना में 20 फीसदी लोन अल्पसंख्यक को मिला
  7. गरीब कल्याण योजना 30 फीसदी फायदा अल्पसंख्यक समुदाय को मिला

हुसैन खान ने क्या कहा, सुनिए...

जयपुर. कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद अब बीजेपी ने 2023 में होने वाले पांच राज्यों के चुनाव और 2024 में होने वाले लोकसभा के चुनाव में अपनी रणनीति में बदलाव किया है. बीजेपी अब हिंदुत्व के साथ-साथ मुस्लिम वोटों को साधने की कवायद में जुट गई है. यही वजह है कि बीजेपी ने मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर आयोजित महाजनसंपर्क अभियान के दौरान मुस्लिम वोटर से भी संपर्क साधने के लिए राष्ट्रीय प्रभारी के तौर पर राजस्थान के हुसैन खान को जिम्मा सौंपा है.

राष्ट्रीय प्रभारी अब सह प्रभारी के साथ साथ राज्यों, जिलों और मंडल स्तर एक संयोजक और चार सह संयोजक बनाए जाएंगे. इसमें खास बात ये है कि ये सभी प्रभारी देश के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में दिनों में मोदी सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार के लिए अल्पसंख्यक समुदाय के बीच में सम्मेलन करेंगे. जिसमें महिला, सूफी, प्रबुद्धजन सम्मेलन होंगे.

छवि बदलने की कवायद : दरअसल, अल्पसंख्यकों को लेकर बीजेपी हमेशा से ही विपक्षी पार्टियों के निशाने पर रही है. साल 2014 में मोदी सरकार के आने के बाद विपक्षी पार्टियों के हमले और तेज हो गए हैं. अब कांग्रेस समेत अन्य पार्टियों के हमलों को काउंटर करने के लिए बीजेपी ने बड़ी रणनीति तैयार कर ली है. बीजेपी ने अपने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक मोर्चे को सभी अल्पसंख्यकों को साधने की बड़ी जिम्मेदारी दी है. राष्ट्रीय प्रभारी नियुक्त हुए हुसैन खान ने बताया कि आगामी दिनों में देश के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चे की ओर से सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे.

पढ़ें : केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने सीएम गहलोत के दौरे पर कसा तंज, बोले भ्रष्टाचार पर मुहर लगाने आ रहे हैं बाड़मेर

इसके लिए अल्पसंख्यक मोर्चे की ओर से सबसे पहले प्रदेश, जिला और फिर मंडल स्तर पर एक संयोजक और चार सह संयोजक बनाए जाएंगी. जिसके बाद सूफी संवाद,अल्पसंख्यक प्रबुद्धजन सम्मेलन, पसमांदा सम्मेलन और महिला सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में प्रदेश स्तर पर एक संयोजन और चार सह संयोजक बनाए जाएंगे, जिला स्तर पर भी एक संयोजन और चार सह संयोजक बनाए जाएंगे. इसके बाद मंडल स्तर पर भी टीमों का गठन किया जाएगा. यहां भी सह प्रभारी बनाएं जाएंगे. ये भी कार्यकर्ता अलग- अलग कार्यक्रम के जरिए विपक्षी पार्टियों की और से भाजपा की अल्पसंख्यक विरोधी छवि को खत्म करने का काम करेंगे. केंद्र सरकार की योजनाओं में अल्पसंख्यक समुदाय को मिलने वाले लाभ की जानकारी एक एक मुस्लिम घर तक पहुंचाया जाएगा.

35 फीसदी अल्पसंख्यकों को मिला लाभ : हुसैन खान ने बताया कि मोदी सरकार में 300 से ज्यादा योजना जन कल्याण की चलाई जा रही है. इसमें अगर आंकड़े देंखें तो इन योजनाओं में अकेले अप्ल्संख्यक समुदाय ने 30 से 35 फीसदी लाभ लिया है. केंद्र की किसी भी योजनाओं को धर्म के नाम पर नहीं बांटा है. इतना ही नहीं, अल्पसंख्यकों के लिए अलग से भी योजना चलाई गई है. उन्होंने कहा कि देश में अनुमानित 17 फीसदी मुस्लिम समुदाय है, लेकिन योजनाओं का लाभ 30 से 35 फीसदी मिला है, यानी जनसंख्या के हिसाब से भी देखें तो दो गुना ज्यादा लाभ मिला है. हुसैन ने कहा कि अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकर्ता मोदी सरकार की योजनाओं से लाभान्वित अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के घर पर दस्तक देंगे. इसके लिए विशेष अभियान अभियान भी चलाएंगे.

पीएम नरेंद्र मोदी के सफलतम 9 वर्ष सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण महाजनसंपर्क अभियान के तहत सूफी संवाद, प्रबुद्धजनों के साथ बैठकर, महिला सम्मेलन, अल्पसंख्यक पसमांदा समाज सम्मेलन, लाभार्थियों के साथ सेल्फी सहित अलग-अलग कार्यक्रम करेंगे. इन कार्यक्रमों के जरिये अल्पसंख्यक समाज में प्रधानमंत्री की 300 योजनाओं का 30 से 35 प्रतिशत पहुंचे फायदों को घर-घर तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है.

65 लोकसभा सीटों पर विशेष फोकस : हुसैन खान ने बताया कि देश में 545 लोकसभा सीटें हैं, जिसमें से 65 ऐसी लोकसभा सीटें 40 फीसदी तक अल्पसंख्यक समुदाय हैं. इसी तरह से देश में 4 हजार 109 विधानसभा सीटें हैं, जिसमें से 750 से ज्यादा सीटों पर मुस्लिम समाज 35 से 40 फीसदी होने का दावा करता रहा है. इस महाजनसंपर्क अभियान में इन लोकसभा और विधानसभा सीटों पर विशेष फोकस किया जाएगा. मोदी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को लेकर यहां अल्पसंख्यकों को जागृत किया जाएगा. खास बात यह है कि इन सम्मेलनों में महिलाओं और सूफी संतों पर ज्यादा फोकस होगा, ताकि बीजेपी से अल्पसंख्यक समुदाय जुड़ सके. इस अभियान के तहत अल्पसंख्यक बहुल सीटों पर 5 हजार मोदी मित्र बनाए जाएंगे. हुसैन खान ने बताया कि आने वाले दिनों में दिल्ली में भी बड़ा सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें बीजेपी के राष्ट्रीय नेता शामिल होंगे.

बीजेपी का दावा- अल्पसंख्यकों को मिला फायदा :

  1. 300 योजना का 30 से 35 फीसदी अल्पसंख्यकों को मिला फायदा
  2. देश में 11 करोड़ शौचालय में 2.9 करोड़ अल्पसंख्यकों के लिए बने
  3. 9 करोड़ गैस कनेक्शन में 2.8 करोड़ अल्पसंख्यक
  4. 46 करोड़ जनधन खातों में से 30 फीसदी अल्पसंख्यकों के खुले
  5. 4 करोड़ आवास योजना में 40 लाख अल्पसंख्यक
  6. जनधन बीमा योजना, मुद्रा लोन योजना में 20 फीसदी लोन अल्पसंख्यक को मिला
  7. गरीब कल्याण योजना 30 फीसदी फायदा अल्पसंख्यक समुदाय को मिला
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