जयपुर. जयपुर बम ब्लास्ट के आरोपियों को हाईकोर्ट से मिली राहत के बाद अब राज्य भाजपा इस मुद्दे को भुनाने में जुट गई है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी इस मुद्दों को लेकर जिलेवार दौरे कर राज्य की गहलोत सरकार को घेरने की रणनीति बना रहे हैं. जिसके तहत भाजपा जिलेवार पृथक विरोध प्रदर्शन करेगी. साथ ही आम जनता के बीच ये बात पहुंचाने की कोशिश की जाएगी कि गहलोत सरकार की कमजोर पैरवी की वजह से ही आरोपियों को कोर्ट से राहल मिली है.
भाजपा ने बदली रणनीति - वैसे तो जयपुर बम ब्लास्ट मामले को लेकर भाजपा जयपुर की छोटी चौपड़ पर धरना प्रदर्शन कर चुकी है. साथ ही पार्टी के नेता लगातार राज्य की गहलोत सरकार पर कमजोर पैरवी का आरोप लगा रहे हैं. लेकिन अब आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी इस मुद्दे को और खींचने की तैयारी में जुट गई है. यही वजह है अब इसको लेकर पूर्व निर्धारित रणनीति में तब्दीली की गई है. पहले पार्टी इसको लेकर गहलोत सरकार के खिलाफ एक दिन का धरना प्रदर्शन करने वाली थी, लेकिन अब रणनीति में बदलाव किया गया है.
भाजपा गहलोत सरकार की तुष्टीकरण की नीति को मुद्दा बनाकर अब हर जिले में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने जा रही है. हालांकि, मौजूदा रणनीति में बदलाव का फैसला मंगलवार को भीलवाड़ा में प्रदर्शन के बाद लिया गया और बताया गया कि अब पार्टी हर जिले में अलग-अलग दिन धरना प्रदर्शन करेगी. वहीं, जयपुर में आगामी 24 अप्रैल को फिर से विरोध प्रदर्शन किए जाने की बात कही गई.
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BJP गहलोत सरकार की तुष्टिकरण नीति को बनाएगी मुद्दा - बता दें कि भाजपा इस बार प्रदेश में गहलोत सरकार के खिलाफ तुष्टिकरण को बड़ा मुद्दा बनाने की रणनीति बना रही है. यही वजह है कि प्रदेश अध्यक्ष का पद संभालने के साथ ही सीपी जोशी ने उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड मामले को प्रमुखता से उठाया. वहीं, अब भाजपा को बैठे बिठाए जयपुर बम ब्लास्ट का मुद्दा मिल गया है. इधर, बुधवार को प्रदेश मुख्यालय में मीडियाकर्मियों से रूबरू हुए अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि 2008 में जयपुर में हुए बम ब्लास्ट के मामले में आरोपियों को कोर्ट से राहत मिल गई, जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार खुद को बचाने के लिए राजस्थान के बड़े-बड़े वकीलों को मोटी रकम देकर इस मामले को कमजोर करवाई. इस सरकार को ब्लास्ट में मारे गए 71 लोगों की कोई परवाह नहीं है.
उन्होंने कहा कि ये सरकार जानबूझकर मामले को कमजोर करने के लिए बेहतर पैरवी नहीं कराई. यदि अच्छे से मामले की पैरवी होती तो कोई भी आरोपी नहीं बचता. सीपी जोशी ने कहा कि ऐसे आतंकवादियों का छूटना कांग्रेस सरकार के लिए बहुत ही शर्मनाक विषय है. कांग्रेस आलाकमान को खुश करने के लिए तुष्टिकरण की राजनीति करते हुए पैरवी को कमजोर करने की कोशिश की गई है. उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात तो ये है कि उदयपुर के कन्हैयालाल ने हत्या से पहले सुरक्षा की मांग की थी, लेकिन पुलिस प्रशासन की ओर से इसे हलके में दिया गया और उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई. नतीजा सबके सामने है.
बता दें कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनने के साथ ही सीपी जोशी को जयपुर बम ब्लास्ट का ऐसा मुद्दा मिल गया है, जिसके जरिए वो अब पूरे राजस्थान में दौरा करके गहलोत सरकार को कटघरे में खड़ा करेंगे. भाजपा की ओर से बनाए गए कार्यक्रम के अनुसार अब जिस भी जिले में जयपुर बम ब्लास्ट मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन होगा, वहां प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी मौजूद रहेंगे.