जयपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाथद्वारा में स्वास्थ्य परियोजनाओं का उद्घाटन कर प्रदेश की जनता को बड़ी सौगात दी. इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी पीएम मोदी के साथ मंच पर मौजूद रहे. सीएम गहलोत की मौजूदगी में पीएम मोदी ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को जमकर खरी खोटी सुनाई. मोदी ने कहा नकारात्मकता से भरे हुए लोगों ने कभी इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम ही नहीं किया. उनकी दूरदृष्टि सोच ही नहीं रही, वो तो सिर्फ सियासी स्वार्थ से सत्ता में बने रहे. वहीं, पीएम मोदी के इस बयान पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पलटवार किया. सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सरकारी कार्यक्रम में पूर्व की सरकारों की इस तरह से आलोचना करना ठीक नहीं था. मोदी ठीक उसी तरह से बोल रहे हैं, जैसे 21 साल के नौजवान को नौकरी मिल जाए और वो कहे कि उसे 20 साल से नौकरी नहीं दी गई. पीएम भूल गए कि जैसा संवरा हुआ देश उन्हें मिला है, वो एक दिन में नहीं बना है.
गहलोत का ट्वीट - मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नाथद्वारा के सरकारी कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में मेरी उपस्थिति में राजनीतिक बयान देकर पूर्ववर्ती सरकारों की आलोचना करने से बचना चाहिए था. मोदी ने कहा कि रेलवे लाइन, बिजली की लाइन और मेडिकल कॉलेज पहले ही क्यों नहीं खोल दिए गए? संभवत: मोदी भूल गए कि जैसा संवरा हुआ देश उन्हें मिला है, वो आजादी के 67 साल के विकास के बाद हुआ. ये देश एक दिन में नहीं बना है. साल 1947 में अंग्रेज जैसा भारत छोड़कर गए थे, तब भारत में बिजली की इंस्टॉल कैपेसिटी केवल 1362 मेगावॉट थी, जो 2014 तक करीब 2.5 लाख मेगावॉट हो गई. यह महज एक उदाहरण है. शिक्षा, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर, रेलवे, IT समेत हर क्षेत्र में 1947 से आज तक इसी तरह उत्तरोत्तर बढ़ोत्तरी हुई है.
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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को आज नाथद्वारा के सरकारी कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में मेरी उपस्थिति में राजनीतिक बयान देकर पूर्ववर्ती सरकारों की आलोचना करने से बचना चाहिए था। मोदीजी ने कहा कि रेलवे लाइन, बिजली की लाइन और मेडिकल कॉलेज पहले ही क्यों नहीं खोल…
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आलोचना की जगह धन्यवाद देना चाहिए - उन्होंने कहा कि आज के मोदी के भाषण का भावार्थ ऐसा था जैसे किसी 21 साल के नौकरी में आए युवा को बोला जाए कि आप 20 साल पहले ही नौकरी में क्यों नहीं आ गए. मैं नरेंद्र मोदी से अपील करना चाहूंगा कि एक प्रधानमंत्री के रूप में सरकारी कार्यक्रमों में आपको अपने पूर्ववर्ती नेताओं का अपमान करने की बजाय उनका धन्यवाद करना चाहिए, क्योंकि उन्होंने ऐसा देश मोदी को सौंपा, जिसके कारण आज वो दुनिया में देश का प्रतिनिधित्व कर पा रहे हैं.
ये कहा था पीएम मोदी ने - बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि पूर्ववर्ती सरकारों ने इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में कोई काम नहीं किया. उनकी सोच कभी राजनीतिक स्वार्थ से ऊपर नहीं उठी. कितनी सड़कें उन्होंने बनाई जो कुछ सालों बाद ही छोटी पड़ गई. कभी उन्होंने यह नहीं सोचा कि मेडिकल कॉलेज की संख्या बढ़ाई जाए, ताकि डॉक्टरों की कमी पूरी हो. उसका बहुत नुकसान देश ने उठाया है. अगर पहले ही रेलवे लाइनों का बिजलीकरण हो गया होता तो हजारों करोड़ खर्च करके खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती. पीएम ने कहा कि अगर पहले ही पानी की पर्याप्त व्यवस्था की गई होती तो आज हर घर नल लाने के लिए साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए लगाकर जल जीवन मिशन शुरू नहीं करना पड़ता. पिछले 9 सालों में जिस तरह से देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास को लेकर काम किया हुआ वो बेमिसला रहा है.
सीएम गहलोत के बयान पर शेखवात का पलटवार - केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री गहलोत के प्रधानमंत्री के भाषण की आलोचना करने पर पलटवार किया. शेखवात ने ट्वीट करते हुए कहा कि सीएम गहलोत पिछले सात दिन के राहत शिविरों में दिए अपने बयानों को एक बार खुद भी सुन लें, यह साबित हो जाएगा कि वो कितने गैर राजनीतिक थे. शेखावत ने आगे कहा कि सीएम गहलोत को ये समझ नहीं आया कि मोदी प्रधानमंत्री होने के नाते आपसे नहीं जनता से संवाद कर रहे थे और आप जिसकी आलोचना कर रहे हैं, वो सच है. देश की जनता को यह सब जानने का अधिकार है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जब सत्ता मिली, उसने औरंगजेब की तरह तुष्टीकरण की नीतियां लागू कर दी. आप और आपके नेता तो राम जन्मभूमि पर मंदिर भी नहीं देखना चाहते थे, जब-जब देश ने कांग्रेस के नेताओं की ओर उम्मीद से देखा, उन्हें धोखा ही मिला है. उदयपुर के कन्हैया की जघन्य हत्या, करौली, जोधपुर, भीलवाड़ा के दंगे, जयपुर बम ब्लास्ट के आरोपियों का छूट जाना, ताजा उदाहरण हैं.