जयपुर. अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत रेलवे स्टेशनों का (Development of 60 small stations) कायाकल्प किया जा रहा है. अब इस योजना के तहत उत्तर पश्चिम रेलवे के 60 छोटे स्टेशनों की सूरत बदलेगी. 900 करोड़ रुपए की लागत से स्टेशनों का डेवलपमेंट किया जा रहा है. साथ ही यात्री सुविधाओं के विस्तार के लिए प्रत्येक स्टेशन पर करीब 15-15 करोड़ रुपए खर्च होंगे. वहीं, इस योजना के तहत जयपुर, गांधीनगर, बीकानेर, अजमेर, जोधपुर समेत बड़े स्टेशनों के साथ छोटे स्टेशनों का भी डेवलपमेंट किया जा रहा है.
भारतीय रेलवे ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत स्टेशनों को आधुनिक बनाने का काम शुरू किया है. पूरे देश भर की बात की जाए तो करीब 1000 से अधिक रेलवे स्टेशनों पर (North Western Railway) सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा. उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर मंडल, अजमेर मंडल, जोधपुर मंडल और बीकानेर मंडल के हर स्टेशन पर करीब 15 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. उत्तर पश्चिम रेलवे अधिकारियों के मुताबिक सबसे पहले मास्टर प्लान बनाकर चरणबद्ध रूप से विकास कार्य करवाया जाएगा. जिसके तहत लंबे प्लेटफार्म और गिट्टी रहित ट्रैक का निर्माण होगा.
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इसके अलावा इंटरनेट की सुविधा के साथ ही पैदल मार्ग और यात्री पार्किंग की भी व्यवस्था की जाएगी. साथ ही स्टेशनों पर रोशनी, छाया, पेयजल की भी उत्तम व्यवस्था होगी. उत्तर पश्चिम रेलवे की ओर से बताया गया कि आगे इस योजना के तहत वेटिंग रूम में यात्रियों के लिए आरामदायक कुर्सियां और दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधाएं मुहैया होंगी. रेलवे (Amrit Bharat Station scheme) अधिकारियों के मुताबिक कई रेलवे स्टेशनों की लंबाई कम होने की वजह से यात्रियों को ट्रेन में उतरने और चढ़ने में भी खासी दिक्कतें पेश आती हैं. वहीं, कई स्टेशनों पर प्लेटफार्म पर शेड नहीं होने से धूप और बारिश में यात्रियों को परेशान होती है. कुछ स्टेशनों पर इमारत जर्जर हो चुकी है. कई जगहों पर कॉम्प्लेक्स जैसी सुविधाओं का अभाव है. ऐसे में रेलवे अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत इन सभी सुविधाओं को विकसित किया जाएगा.