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कौन सी कार पसंद करते थे मनमोहन सिंह, उनके बॉडीगार्ड रहे इस मंत्री ने किया खुलासा - MANMOHAN SINGH

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का दिल्ली एम्स अस्पताल में निधन हो गया है. इस बीच SPG के पूर्व प्रमुख असीम अरुण ने उन्हें याद किया.

Asim Arun with Manmohan Singh
मनमोहन सिंह के साथ असीम अरुण (@asim_arun)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 17 hours ago

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री के रूप में मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी और विशेष सुरक्षा समूह (SPG) के पूर्व प्रमुख असीम अरुण ने दिवंगत नेता के मारुति 800 से गहरे लगाव को याद किया. उत्तर प्रदेश के कन्नौज सदर से विधायक के रूप में सेवारत असीम अरुण ने गुरुवार रात 92 साल की उम्र में दिल्ली के एम्स में मनमोहन सिंह के निधन के बाद अपनी एक्स पर अपनी यादें शेयर कीं.

अर्थशास्त्री से राजनेता बने मनमोहन सिंह की सादगी को दर्शाते हुए असीम अरुण ने कहा कि मनमोहन सिंह के पास सिर्फ एक कार थी - एक मामूली मारुति 800 - जिसे वह बहुत संजो कर रखते थे. असीम अरुण ने एक्स पर लिखा, "मैंने 2004 से लगभग तीन साल तक उनके बॉडीगार्ड के रूप में काम किया. एसपीजी प्रधानमंत्री को सबसे करीबी सुरक्षा प्रदान करता है. मुझे करीबी सुरक्षा दल का नेतृत्व करने का अवसर मिला. सुरक्षा दल के सहायक महानिरीक्षक के रूप में मैं कभी भी प्रधानमंत्री से दूर नहीं रहा. मेरी जिम्मेदारी थी कि मैं उनके साथ परछाई की तरह रहूं."

पूर्व पीएम के पास सिर्फ एक कार
असीम अरुण ने मनमोहन सिंह की सादगी पर भी प्रकाश डाला, उन्होंने कहा, "डॉ सिंह के पास सिर्फ एक कार थी, मारुति 800, जो पीएम हाउस में चमचमाती काली बीएमडब्ल्यू के पीछे खड़ी रहती थी. वह अक्सर मुझसे कहते थे, 'असीम, मुझे इस कार में (BMW) सफर करना पसंद नहीं है, मेरी गाड़ी यही (मारुति) है."

अरुण ने आगे कहा, "मैं उन्हें (मनमोहन सिंह) समझाता था कि यह कार आपकी लग्जरी के लिए नहीं है, बल्कि इसमें वे सुरक्षा सुविधाएं हैं, जो एसपीजी को चाहिए. हालांकि, जब भी काफिला मारुति के पास से गुजरता था, तो वह इसे हसरत भरी निगाहों से देखते थे. जैसे संकल्प दोहरा रहे हो कि मैं मिडिल क्लास व्यक्ति हूं और आम आदमी की चिंता करना मेरा काम है. करोड़ों की गाड़ी पीएम की है, मेरी तो यह मारुति है."

अपने शांत स्वभाव, विनम्रता और बुद्धिमत्ता के लिए जाने जाने वाले सिंह 1991 में वित्त मंत्री के रूप में आर्थिक सुधार के प्रतीक बने और बाद में 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री रहे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अपने पूर्ववर्ती के निधन को राष्ट्र के लिए एक बड़ी क्षति बताया और कहा कि लोगों और देश के विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का हमेशा सम्मान किया जाएगा.

एक वीडियो संदेश में पीएम मोदी ने सिंह की जीवन यात्रा को याद किया, जब उनका परिवार विभाजन के बाद सब कुछ छोड़कर भारत आ गया था. उन्होंने कहा कि तब से उनकी कई उपलब्धियां कोई मामूली उपलब्धि नहीं थीं.

उन्होंने कहा कि उनका जीवन हमेशा आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सबक के रूप में काम करेगा कि कैसे कोई व्यक्ति अभाव से ऊपर उठ सकता है और सफलता की ऊंचाइयों को प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर सकता है. पीएम मोदी ने कहा कि सिंह जिनका गुरुवार को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया, उनको हमेशा एक सभ्य इंसान, विद्वान, अर्थशास्त्री और सुधारों के लिए समर्पित नेता के रूप में याद किया जाएगा.

यह भी पढ़ें- 'तू मेरा शौक देख मेरा इंतजार देख', उर्दू शायरी के शौकीन थे मनमोहन सिंह, संसद में सुषमा स्वराज की से हुई 'शायराना' नोकझोंक

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री के रूप में मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी और विशेष सुरक्षा समूह (SPG) के पूर्व प्रमुख असीम अरुण ने दिवंगत नेता के मारुति 800 से गहरे लगाव को याद किया. उत्तर प्रदेश के कन्नौज सदर से विधायक के रूप में सेवारत असीम अरुण ने गुरुवार रात 92 साल की उम्र में दिल्ली के एम्स में मनमोहन सिंह के निधन के बाद अपनी एक्स पर अपनी यादें शेयर कीं.

अर्थशास्त्री से राजनेता बने मनमोहन सिंह की सादगी को दर्शाते हुए असीम अरुण ने कहा कि मनमोहन सिंह के पास सिर्फ एक कार थी - एक मामूली मारुति 800 - जिसे वह बहुत संजो कर रखते थे. असीम अरुण ने एक्स पर लिखा, "मैंने 2004 से लगभग तीन साल तक उनके बॉडीगार्ड के रूप में काम किया. एसपीजी प्रधानमंत्री को सबसे करीबी सुरक्षा प्रदान करता है. मुझे करीबी सुरक्षा दल का नेतृत्व करने का अवसर मिला. सुरक्षा दल के सहायक महानिरीक्षक के रूप में मैं कभी भी प्रधानमंत्री से दूर नहीं रहा. मेरी जिम्मेदारी थी कि मैं उनके साथ परछाई की तरह रहूं."

पूर्व पीएम के पास सिर्फ एक कार
असीम अरुण ने मनमोहन सिंह की सादगी पर भी प्रकाश डाला, उन्होंने कहा, "डॉ सिंह के पास सिर्फ एक कार थी, मारुति 800, जो पीएम हाउस में चमचमाती काली बीएमडब्ल्यू के पीछे खड़ी रहती थी. वह अक्सर मुझसे कहते थे, 'असीम, मुझे इस कार में (BMW) सफर करना पसंद नहीं है, मेरी गाड़ी यही (मारुति) है."

अरुण ने आगे कहा, "मैं उन्हें (मनमोहन सिंह) समझाता था कि यह कार आपकी लग्जरी के लिए नहीं है, बल्कि इसमें वे सुरक्षा सुविधाएं हैं, जो एसपीजी को चाहिए. हालांकि, जब भी काफिला मारुति के पास से गुजरता था, तो वह इसे हसरत भरी निगाहों से देखते थे. जैसे संकल्प दोहरा रहे हो कि मैं मिडिल क्लास व्यक्ति हूं और आम आदमी की चिंता करना मेरा काम है. करोड़ों की गाड़ी पीएम की है, मेरी तो यह मारुति है."

अपने शांत स्वभाव, विनम्रता और बुद्धिमत्ता के लिए जाने जाने वाले सिंह 1991 में वित्त मंत्री के रूप में आर्थिक सुधार के प्रतीक बने और बाद में 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री रहे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अपने पूर्ववर्ती के निधन को राष्ट्र के लिए एक बड़ी क्षति बताया और कहा कि लोगों और देश के विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का हमेशा सम्मान किया जाएगा.

एक वीडियो संदेश में पीएम मोदी ने सिंह की जीवन यात्रा को याद किया, जब उनका परिवार विभाजन के बाद सब कुछ छोड़कर भारत आ गया था. उन्होंने कहा कि तब से उनकी कई उपलब्धियां कोई मामूली उपलब्धि नहीं थीं.

उन्होंने कहा कि उनका जीवन हमेशा आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सबक के रूप में काम करेगा कि कैसे कोई व्यक्ति अभाव से ऊपर उठ सकता है और सफलता की ऊंचाइयों को प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर सकता है. पीएम मोदी ने कहा कि सिंह जिनका गुरुवार को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया, उनको हमेशा एक सभ्य इंसान, विद्वान, अर्थशास्त्री और सुधारों के लिए समर्पित नेता के रूप में याद किया जाएगा.

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