जयपुर. पर्यटन विभाग के नवनियुक्त प्रमुख शासन सचिव आलोक गुप्ता की अध्यक्षता में पर्यटन विभाग के कॉन्फ्रेंस हॉल में शनिवार को एक बैठक आयोजित की गई. इस दौरान आलोक गुप्ता ने विभाग के कामकाज की समीक्षा की और विभाग को हो रहे नुकसान की जानकारी भी ली. बैठक में पर्यटन विभाग के आला अधिकारी भी मौजूद रहे.
बैठक में पर्यटन विभाग के प्रमुख शासन सचिव आलोक गुप्ता ने कोरोना संक्रमण काल में हुए नुकसान के बाद पर्यटन को दोबारा से पटरी पर लाने के लिए संबंधित महत्वपूर्ण सुझाव और उपायों को लेकर चर्चा की. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मेरे पदभार ग्रहण करने के बाद मेरी पहली बैठक में मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के निर्देशन पर कोरोना के बाद राजस्थान पर्यटन विभाग को दोबारा खड़ा करने के लिए चर्चा की गई है.
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गुप्ता ने कहा कि नई जिम्मेदारी है, एक साथ मिलकर एक टीम भावना के रूप में काम करेंगे. इसके लिए आने वाले समय में पर्यटन विभाग से जुड़े व्यवसायियों से भी चर्चा की जाएगी. वहीं पर्यटन विभाग में खाली पदों के सवाल पर गुप्ता ने कहा कि सरकार के ध्यान में है और जल्द ही इन पदों को भर दिया जाएगा. क्योंकि हाल ही में हुए ट्रांसफर में पर्यटन विभाग के निदेशक डॉ. भंवरलाल का तबादला हो गया है. हालांकि अभी तक उनके स्थान पर किसी भी अधिकारी को नहीं लगाया गया है.
वहीं, पर्यटन निगम में कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि शीघ्र ही उनकी समस्याओं को समाधान किया जाएगा और उनका वेतन भी दिया जाएगा. इसके साथ ही मंत्री विश्वेंद्र सिंह के साथ विभागीय अधिकारियों की तालमेल के अभाव के सवाल पर गुप्ता ने किसी भी तरह का जवाब देने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि सभी लोग तालमेल के साथ काम करेंगे.
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बता दें कि पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह इससे पहले अपने विभाग के अधिकारियों के कामकाज को लेकर नाखुश होकर भी नाराजगी जता चुके हैं. उन्होंने इस संबंध में कई बार ट्वीट करके मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष सहित सभी अधिकारियों को और सरकार के प्रतिनिधियों को भी इस बात से अवगत कराया है. जिसके बाद कई मामले तो बहुत आगे तक बढ़ गए थे.