जयपुर. राजस्थान सरकार के छात्रसंघ कार्यालय का उद्घाटन करने को लेकर जारी आदेश को तुगलकी फरमान बताते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ दिया. विद्यार्थी परिषद के प्रांत मंत्री के नेतृत्व में शनिवार को कार्यकर्ता मंत्री सुभाष गर्ग के सरकारी आवास का घेराव करने पहुंचे. हालांकि पुलिस प्रशासन ने यहां हल्का बल प्रयोग करते हुए आंदोलनरत छात्रों को हिरासत में ले लिया.
प्रदेश के सभी गवर्नमेंट और प्राइवेट कॉलेजों में महाविद्यालय प्रशासन की सहमति पर छात्रसंघ उद्घाटन कार्यक्रम प्रस्तावित है. इसे लेकर कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय की ओर से सभी राजकीय और प्राइवेट महाविद्यालय के प्राचार्य को निर्देशित किया गया कि छात्रसंघ उद्घाटन समारोह स्थानीय विधायक की सहमति के बाद विधानसभा सत्र के कार्य दिवस को छोड़कर 10 फरवरी तक संपन्न कराए जा सकते हैं.
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इस आदेश का विरोध करते हुए शनिवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने राज्य सरकार पर महाविद्यालयों के छात्रसंघ कार्यालय की स्वायत्तता पर रोक का आरोप लगाते हुए मंत्री सुभाष गर्ग के सरकारी आवास घेराव कर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनरत छात्रों ने कहा कि सरकार छात्रसंघ कार्यालय के उद्घाटन की प्रक्रिया को जटिल बना रहे हैं. इसका विद्यार्थी परिषद पुरजोर निंदा करती है. प्रांत मंत्री शौर्य जैमन ने कहा कि अगर ये फरमान वापस नहीं लिया गया तो पूरे राजस्थान में प्रदेश व्यापी आंदोलन होगा और सरकार को झुकना ही होगा. हालांकि इस दौरान मंत्री सुभाष गर्ग अपने आवास पर मौजूद नहीं थे.
पुलिस प्रशासन ने आंदोलन को दबाते हुए एबीवीपी के कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने प्रांत मंत्री शौर्य जैमन, प्रांत सह-मंत्री अंकित मंगल, इकाई अध्यक्ष भारत भूषण, इकाई सचिव रोहित मीणा सहित छात्र नेता सज्जन सैनी, गुलशन मीणा, निर्मल दायल, विष्णु मीणा, लक्ष्य दाधीच, अर्जुन पंडित, कैलाश, निहाल को हिरासत में लिया. करीब साढ़े तीन घंटे बाद छात्रों को रिलीज किया गया.
कॉलेज आयुक्तालय की ओर से सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्रसंघ कार्यालय उद्घाटन समारोह स्थानीय विधायक की सहमति के बाद विधानसभा सत्र के कार्य दिवस को छोड़कर 10 फरवरी तक संपन्न कराने के निर्देश जारी किए थे. आयुक्तालय के इस आदेश को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने तुगलकी फरमान बताते हुए आदेश वापस नहीं लेने की स्थिति में सभी विधायकों के घर और कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय का घेराव करने की चेतावनी दी थी.