Panchang 10 January : जानें शुभ मुहूर्त, तिथि और ग्रह नक्षत्र की चाल, आज बन रहा ये संयोग - Jaipur Hindi News
आज का पंचांग 10 जनवरी 2023 मंगलवार, शुभ मास माघ कृष्ण पक्ष. कोई भी कार्य करने से पहले जानें आज के पंचांग में शुभ मुहूर्त और अशुभ समय.
हिन्दू पंचांग (Aaj Ka Panchang 10 January) का ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में बहुत महत्व है. इसमें समय के हिन्दू ईकाइयों वार, तिथि, नक्षत्र, करण, योग आदि का उपयोग होता है. पंचांग (Panchang) में तिथि, शुभ, अशुभ, दिशा शूल, दिन और रात के चौघड़िए आदि की गणना की जाती है. यहां जानिए 10 जनवरी 2023 दिन मंगलवार का पंचांग (Tuesday Panchang) क्या कहता है.
आज दिनांक 10 जनवरी 2023 वार मंगलवार है. हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास का कृष्ण पक्ष चल रहा है. आज शुभ तिथि 03 तृतीया 12:09 तक है. आज अश्लेषा नक्षत्र 09:01 तक है. आज प्रीति योग 11:19 तक है. करण विष्टि 12:09 तक है. आज चंद्रमा कर्क राशि में रहेगा. इसके बाद सिंह राशि में प्रवेश कर जाएगा. पंचांग के अनुसार आज 09:01 तक चंद्रमा कर्क राशि में रहेगा.
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मंगलवार दिनांक 10 जनवरी 2023 को 7 बजकर 25 मिनट पर सूर्योदय होगा. शाम 5 बजकर 51 मिनट पर सूर्यास्त होगा. आज दिशाशूल उत्तर दिशा में है. इसके निवारण के लिए तिल का सेवन करना लाभप्रद होगा. अभी शिशिर ऋतु है. शुभ और अशुभ काल की बात करें तो गुलिक काल 12:24 से 13:55 तक, राहु काल 15:16 से 16:37 तक, अभीजित 12:13 से 12:56 तक रहेगा. अभी विक्रम सम्वत 2079, शक सम्वत 1944 और युगाब्द 5124 चल रहा है. सम्वत्सर का नाम नल है.
आज का चौघड़िया- चौघड़िया वैदिक पंचांग का एक रूप है. यदि कभी किसी कार्य के लिए शुभ मुहूर्त नहीं निकल पा रहा हो या कार्य को शीघ्रता से आरंभ करना हो तथा किसी यात्रा पर आवश्यक रूप से जाना हो तो उसके लिए चौघड़िया मुहूर्त देखने का विधान है. ज्योतिष के अनुसार चौघड़िया मुहूर्त देखकर कार्य या यात्रा आरंभ करना उत्तम है. दिन चौघड़िया की बात करें तो चंचल 09:53 से 11:14 तक, लाभ 11:14 से 12:34 तक, अमृत 12:34 से 13:55 तक और शुभ 15:16 से 16:37 तक. इसी तरह रात चौघड़िया की बात करें तो लाभ 19:37 से 21:16 तक, शुभ 22:55 से 00:34 तक, अमृत 00:34 से 02:14 तक और चंचल 02:14 से 03:53 तक है.
आज के विशेष योग- वर्ष का 276वां दिन, भद्रा समाप्त 12:09, संकष्ट-तिलकुटा चतुर्थी, चन्द्रोदय 20:51, सौभाग्य सुंदरी व्रत अंगारकी चतुर्थी, श्री दयानन्दगिरि गुरु ब्रह्मा-नन्दगिरि (मुण्डीयार स्वामी) पुण्य-तिथि (सौराष्ट्र), संकट हरण गणपति व्रत, गौरी-वक्रतुण्ड चतुर्थी. गणपति जी की मूर्ति को कभी भी दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके या दक्षिणी कोने में न रखें.