जयपुर. आईपीएल मैच पर सट्टे के कारोबार को लेकर जयपुर की क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. जयपुर क्राइम ब्रांच ने राजस्थान के संभवतया सबसे बड़े सट्टा कारोबार का खुलासा किया है. पुलिस ने राजस्थान के सबसे बड़े ऑनलाइन और ऑफलाइन सट्टे के कारोबार का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के सरगना राकेश गंगवाल और दीपक पटवारी को गिरफ्तार किया है.
पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि राकेश गंगवाल पूरे राजस्थान में सट्टे का कारोबार का सबसे बड़ा मास्टरमाइंड और सरगना है. जो कि राजस्थान समेत कई जिलों में ऑफलाइन और ऑनलाइन सट्टे का कारोबार चलाता है. आरोपी यह सट्टा कारोबार विभिन्न एप्लीकेशन के माध्यम से चला रहा था. सरगना राकेश गंगवाल ऑनलाइन और ऑफलाइन सट्टा प्रति मैच 60 करोड़ रुपए का कारोबार करता था. अब तक आईपीएल के 50 मैचों पर करीब 3000 करोड़ रुपए का कारोबार कर चुका है.
खास बात यह है कि आरोपी राकेश गंगवाल वर्ष 2013-14 के आईपीएल मैच फिक्सिंग गुरुनाथ मयप्पन और अभिनेता बिन्दू दारा सिंह के मामले में भी गिरफ्तार हो चुका है. आरोपी की मैच फिक्सिंग के मामले में उनके साथ भी भूमिका रही थी. पूरे भारत में ऑनलाइन सट्टे के लिए जिस विदेशी साइट का उपयोग किया जाता था, उसका मालिक पाकिस्तान का निवासी बताया जाता है और दुबई में बैठकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पूरे विश्व में वेबसाइट का संचालन करता है. इस अंतरराष्ट्रीय सटोरिए के द्वारा बुकी को ऑनलाइन और ऑफलाइन अकाउंट डिस्ट्रीब्यूट किए जाते थे. जिसको डिस्ट्रीब्यूट करने का काम भोपाल निवासी एक एजेंट द्वारा किया जाता था.
अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर प्रसन्न कुमार खमेसरा ने बताया कि राकेश गंगवाल और दीपक पटवारी एप्लीकेशन के माध्यम से राजस्थान, कोलकाता, नागपुर समेत देश के कई राज्यों में ऑनलाइन सट्टे की लाइन एजेंटों को देता था. साथ ही विदेशी साइटों की मदद से भी सट्टे का कारोबार चला रहा था. यही नहीं पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी टेनिस के खेल पर भी सट्टे का कारोबार ऑनलाइन तरीके से चलाते थे. इसके चलते आरोपी हवाला कारोबार से भी जुड़ गए और ऑनलाइन तरीके से करोड़ों रुपए का लेन-देन करने लगे.
आरोपियों ने ऑनलाइन तरीके से करीब 1000 मल्टीपल अकाउंट खुलवा रखे हैं. जिसमें सट्टे का कारोबार चलाते थे. अकाउंट धारकों के यूजर नेम और पासवर्ड साइट ओपन करने व सट्टा करने के लिए लुधियाना के एक एडमिन द्वारा और विदेशी एडमिन द्वारा दिया जाता है. एडमिन अकाउंट को मॉनिटर करने के बदले कमीशन भी लेता था. फिलहाल पुलिस दोनों से पूछताछ कर मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.