हनुमानगढ़. जिले में ट्रक ऑपरेटर यूनियन ओवरलोडेड ट्रकों और बजरी माफियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग लंबे समय से कर रहे है. लेकिन प्रशासन द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. ऐसे में मांगों को लेकर गंभीरता नहीं बरतने पर बुधवार को ट्रक यूनियन के सदस्य अपने-अपने ट्रकों को लेकर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और प्रशासन और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
ट्रक यूनियन पदाधिकारियों ने आरोप लगाते हुए बताया कि मंत्री के इशारे पर माफियाओं के हौसले बुलंद हो रहे हैं. इसी दबाव के चलते स्थानीय प्रशासन भी बजरी माफियों द्वारा किए जा रहे अवैध परिवहन और ओवरलोडेड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करने से बच रहे हैं.
यूनियन ने नोहर डीटीओ कार्यालय के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि बजरी माफिया से मिलीभगत के चलते नोहर डीटीओ कार्यालय के अधिकारियों द्वारा उल्टा हनुमानगढ़ जिले के ट्रक मालिकों पर झूठे चलान और मुकदमे दर्ज करवाने की धमकियां देकर दबाव बनाया जा रहा है.
इतना ही नहीं आरोप ये भी है कि, नोहर DTO कार्यालय के परिवहन निरीक्षक ने ट्रक ऑपरेटरों को धमकी दी गई है कि नागौर और चूरू जिले में हनुमानगढ़ के अंडरलोड ट्रकों का चालान भी कटवाएंगे. ट्रक ऑपरेटर रविंद्र धारणियां का कहना है कि कोरोना की वजह से ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय करीब-करीब खत्म हो चुका है. इसलिए ओवरलोडेड वाहनों की रोकथाम की मांग, पल्लू थाने और सूरतगढ़ के पास, परिवहन विभाग और खनिज विभाग की चौकी बनाने की मांग की गई थी.
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जिससे बजरी का अवैध खनन और ओवर लोडिंग रुक सके. जिस पर प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया. ऐसे में मजबूर होकर अब ट्रक ऑपरेटर्स ने ट्रकों की चाबियां प्रशासन को सौंपने का निर्णय लिया है. गौरतलब है की सुप्रीम कोर्ट ने परिवहन के लिहाज से ट्रकों का वजन निर्धारित किया है. इस नियम की पालना के लिए हर राज्य में परिवहन महकमा है, लेकिन बजरी माफियों और ओवरलोडिंग वाहनों के खिलाफ कोई उचित कार्रवाई नहीं होना, कहीं ना कहीं, ट्रक यूनियन के ऑपरेटरों के आरोपों पर मुहर लगा रहा है.