ETV Bharat / state

हनुमानगढ़ः रेलवे निजीकरण के विरोध में NWREU ने निकाली रैली - हनुमानगढ़ खबर

हनुमानगढ़ में रेलवे निजीकरण के विरोध में नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन ने रैली निकाली. साथ ही यूनियन के पदाधिकारी ने मांग रखी कि रेलवे का निजीकरण रोका जाए नहीं तो यह सब के लिए नुकसानदेह होगा. वही यूनियन के पदाधिकारी ने कहा कि अगर रेलवे का निजीकरण हुआ तो वे लोग 1 सप्ताह तक विरोध प्रदर्शन करेंगे.

NWREU, railway privatization in Hanumangarh, रेलवे निजीकरण,रेल मंत्रालय ,hanumangarh news
रेलवे निजीकरण के विरोध में NWREU ने निकाली रैली
author img

By

Published : Jan 4, 2020, 11:47 PM IST

हनुमानगढ़: वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन ने शनिवार को रेलवे निजीकरण के विरोध में हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशन पर रैली निकाली. रैली हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशन से लेकर रेलवे परिसर तक रैली निकाली गई. यूनियन के पदाधिकारी ने मांग रखी कि रेलवे का निजीकरण रोका जाए नहीं तो यह सब के लिए नुकसानदेह होगा.

हनुमानगढ़ः रेलवे निजीकरण के विरोध में NWREU ने निकाली रैली

प्रदर्शन कर रहे यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि पूरे देश में केंद्र सरकार और रेल मंत्रालय के मनमाने तरीके और भारतीय रेल के परिचालन संचालन में बाहरी लोगों को प्रवेश कराने का फैसला रेल मंत्रालय का एक तरफा है. फैसले के विरोध में यूनियन लगातार जगह-जगह प्रदर्शन कर रहा है.

शाखा सचिव मोहनलाल ने कहा कि रेलवे देश का सबसे बड़ा नियोक्ता है, जिसमें लगभग 13 लाख कर्मचारी सरकारी तौर पर कार्यरत हैं. जिसमें सबसे निम्न पद पर कार्यरत कर्मचारी को कम से कम 30000 हजार प्रति माह वेतन के रूप में मिलता हैं. यदि रेलवे को धन्ना सेठों के हाथों में बेच दिया गया तो जितने भी शिक्षित युवा जो आज भर्ती के माध्यम से रेलवे में जाएंगे उन्हें मात्र 10 से 12 हजार सैलरी के रूप में दिए जाएंगे. साथ ही निजी लोग मनमाना किराया वसूल करेंगे. साथ ही अलग-अलग सीट का अलग-अलग किराया वसूल लेंगे जिससे सभी को नुकसान होगा.
पढ़ेंः हनुमानगढ़ः जनप्रतिनिधि की नहीं सुन रहे अधिकारी, तंबू लगाकर धरने पर बैठे कांग्रेस विधायक

वही NWREU मांग करती हैं कि रेलवे का निजीकरण नही किया जाए. अगर सरकार इसका निजीकरण करेगी तो यूनियन उग्र आंदोलन करेगी. वही यूनियन के पदाधिकारी ने कहा कि अगर रेलवे का निजीकरण हुआ तो वे लोग 1 सप्ताह तक विरोध प्रदर्शन करेंगे. जिसमें नुक्कड़ सभाएं, रैली और आम जनता से समर्थन मांगा जाएगा और रेलवे के निजीकरण का पुरजोर विरोध किया जाएगा.

हनुमानगढ़: वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन ने शनिवार को रेलवे निजीकरण के विरोध में हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशन पर रैली निकाली. रैली हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशन से लेकर रेलवे परिसर तक रैली निकाली गई. यूनियन के पदाधिकारी ने मांग रखी कि रेलवे का निजीकरण रोका जाए नहीं तो यह सब के लिए नुकसानदेह होगा.

हनुमानगढ़ः रेलवे निजीकरण के विरोध में NWREU ने निकाली रैली

प्रदर्शन कर रहे यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि पूरे देश में केंद्र सरकार और रेल मंत्रालय के मनमाने तरीके और भारतीय रेल के परिचालन संचालन में बाहरी लोगों को प्रवेश कराने का फैसला रेल मंत्रालय का एक तरफा है. फैसले के विरोध में यूनियन लगातार जगह-जगह प्रदर्शन कर रहा है.

शाखा सचिव मोहनलाल ने कहा कि रेलवे देश का सबसे बड़ा नियोक्ता है, जिसमें लगभग 13 लाख कर्मचारी सरकारी तौर पर कार्यरत हैं. जिसमें सबसे निम्न पद पर कार्यरत कर्मचारी को कम से कम 30000 हजार प्रति माह वेतन के रूप में मिलता हैं. यदि रेलवे को धन्ना सेठों के हाथों में बेच दिया गया तो जितने भी शिक्षित युवा जो आज भर्ती के माध्यम से रेलवे में जाएंगे उन्हें मात्र 10 से 12 हजार सैलरी के रूप में दिए जाएंगे. साथ ही निजी लोग मनमाना किराया वसूल करेंगे. साथ ही अलग-अलग सीट का अलग-अलग किराया वसूल लेंगे जिससे सभी को नुकसान होगा.
पढ़ेंः हनुमानगढ़ः जनप्रतिनिधि की नहीं सुन रहे अधिकारी, तंबू लगाकर धरने पर बैठे कांग्रेस विधायक

वही NWREU मांग करती हैं कि रेलवे का निजीकरण नही किया जाए. अगर सरकार इसका निजीकरण करेगी तो यूनियन उग्र आंदोलन करेगी. वही यूनियन के पदाधिकारी ने कहा कि अगर रेलवे का निजीकरण हुआ तो वे लोग 1 सप्ताह तक विरोध प्रदर्शन करेंगे. जिसमें नुक्कड़ सभाएं, रैली और आम जनता से समर्थन मांगा जाएगा और रेलवे के निजीकरण का पुरजोर विरोध किया जाएगा.

Intro:केंद्र सरकार व रेल मंत्रालय द्वारा रेलवे के निजीकरण के विरोध में नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन द्वारा आज रेलवे स्टेशन से लेकर रेलवे परिसर तक एक रैली निकाली गई और मांग की गई कि रेलवे का निजीकरण रोका जाए नहीं तो यह सब के लिए नुकसानदेह होगा


Body:प्रदर्शन कर रहे नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि पूरे देश में केंद्र सरकार व रेल मंत्रालय के मनमाने तरीके के विरोध एवं भारतीय रेल के परिचालन व संचालन में बाहरी लोगों के प्रवेश वह रेल मंत्रालय का एक तरफा फैसला फैसले के विरोध में नॉर्दन वेस्टर्न एम्पलाइज यूनियन लगातार जगह-जगह प्रदर्शन कर रहा है उन्होंने कहा कि अगर रेलवे का निजीकरण होता है तो सभी के लिए नुकसानदेह है रेलवे देश का सबसे बड़ा नियोक्ता है जिसमें लगभग 1300000 कर्मचारी सरकारी तौर पर कार्यरत हैं जिसमें सबसे निम्न पद पर कार्यरत कर्मचारी को कम से कम ₹30000 प्रति माह वेतन के रूप में मिलते हैं यदि रेलवे को धन्ना सेठों के हाथों में बेच दिया गया तो जितने भी शिक्षित युवा जो आज नई भर्ती के माध्यम से रेलवे में भर्ती होंगे उन्हें मात्र 10 से ₹12000 सैलरी के रूप में दिए जाएंगे साथ ही निजी लोग मनमाना किराया वसूल लेंगे अलग-अलग सीट का अलग-अलग किराया वसूल लेंगे जिससे सभी को नुकसान है वे मांग करते हैं कि रेलवे का निजीकरण किया जाए अगर सरकार इसका निरीक्षण करेगी तो उग्र आंदोलन किया जाएगा

बाईट मोहनलाल, शाखा सचिव NWREU


Conclusion:यूनियन के पदाधिकारी ने कहा कि 1 सप्ताह तक विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे जिसमें नुक्कड़ सभाएं रैली वह आम जनता से समर्थन मांगा जाएगा और रेलवे के निजीकरण का पुरजोर विरोध किया जाएगा
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.