हनुमानगढ़. जिले में एक बार फिर 108 एम्बुलेंस बीच रास्ते में खराब हो गई. करीब 1 घंटे तक सड़क हादसे में बुरी तरह घायल मरीज एम्बुलेंस में तड़पता रहा, लेकिन ना तो दूसरी एम्बुलेंस आई और ना ही वो एम्बुलेंस ठीक हुई.
मंगलवार शाम को हनुमानगढ़ टाउन-जंक्शन बाईपास पर एक ट्रक और बाइक की भिड़ंत हो गई थी. इस भीषण सड़क हादसे में गांव रोडावाली निवासी शौकत अली गंभीर रूप से घायल हो गए. साथ ही उसकी पत्नी कुलसुमा बेगम और 2 वर्षीय बेटी की मौत हो गई थी. जिस पर स्थानीय लोगों ने एम्बुलेंस को कॉल कर सूचना दी.
एक घंटे तक तड़पता रहा मरीज...
पहले तो एम्बुलेंस एक घंटे बाद मौके पर पहुंची. जब एंबुलेंस घायल शौकत अली को जिला अस्पताल के लिए लेकर थोड़ी देर ही चली की बीच रास्ते में ही गाड़ी खराब हो गई. घायल मरीज एंबुलेंस में पड़ा तड़पता रहा. वहीं परिजनों ने इस खराब खड़ी एम्बुलेंस का वीडियो बना लिया, जो वायरल हो रहा है.
परिवार ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठाए सवाल...
घायल के परिजनों ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं. साथ ही उन्होंने चिकित्सा व्यवस्था से नाराजगी जताते हुए इसमें सुधार की मांग की है. एक घंटे बाद मृतकों और घायल को निजी वाहन बुलाकर अस्पताल तक पहुंचाया गया.
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वहीं, आक्रोशित परिजनों ने विभाग व प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर उनके परिवारिक सदस्य को कुछ हो जाता तो कौन जिम्मेदार होता. इस घटना में जो ट्रक चालक था, वो मौके से फरार हो गया था. जिसकी पुलिस तलाश कर रही है.
पहले भी एंबुलेंस की लेटलतीफी आई है सामने...
कुछ दिन पूर्व ही रावतसर कस्बे के स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एम्बुलेंस भी बीच रास्ते खराब हो गई थी. वहीं मेगा हाइवे पर एक सड़क हादसे में एक कि मौत और 13 लोग घायल हो गए थे. तब भी एम्बुलेंस एक घंटे बाद घटनास्थल पर पहुंची थी और घायलों को निजी वाहनों से अस्पताल पहुंचाया गया था.
एम्बुलेंस की लेट-लतीफी व खराब होने के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं, लेकिन ना तो सबन्धित विभाग, ना ही प्रशासन इसको गंभीरता से ले रहा है. ऐसे में आमजन का सरकारी दावों से भरोसा उठना स्वाभाविक है. वहीं जब इस बाबत CMHO अरुण चमड़िया से बात की तो कोई ठोस जवाब उन्होंने नहीं दिया.