हनुमानगढ़. राजस्थान की जीवनदायिनी कही जाने वाली इंदिरा गांधी नहर को एक महीने के लिए बंद करवाकर मरम्मत कार्य हो रहा है. ऐसे में जिले के भाजपा किसान मोर्चा ने नहर पर हो रहे मरम्मत कार्य को लेकर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है.
बता दें कि जिले से गुजरने वाली इंदिरा गांधी नहर को एक महीने के लिए बंद करवाकर मरम्मत कार्य करवाया जा रहा है. वहीं इसके मरम्मत में 138 करोड़ रुपए की लागत आ रही है. ऐसे में नहर पर हो रहे मरम्मत कार्य को लेकर जिले की भाजपा किसान मोर्चा ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए सरकार को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है.
उन्होंने कहा है कि जिस तरह का निर्माण कार्य इंदिरा गांधी नहर में किया जा रहा है. उससे नहर ज्यादा दिन नहीं टिक पाएगी. क्योंकि नहर की आरडी 96 से 99 तक नहर के तले में बिछाई जा रही कंक्रीट, जिसकी मोटाई 4 इंच होनी चाहिए थी. मगर यहां 2 या 3 इंच की ही कंक्रीट बिछाई जा रही है. जो कि काफी कम है. इसके अलावा उपयोग में लिए जा रहे सीमेंट की गुणवत्ता भी सही नहीं है.
मरम्मत कार्य की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और जो बीच में भ्रष्टाचार किया जा रहा है. उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. अगर सरकार और प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं देगा तो भारतीय किसान मोर्चा क्षेत्र के किसान नहर में बैठकर आंदोलन का बिगुल बजा देंगे. जिला कलेक्टर को ज्ञापन के माध्यम से 3 दिनों का समय दे रहे हैं. अगर सुनवाई नहीं होती है तो वे आंदोलन शुरू करेंगे.
गौरतलब हो कि इंदिरा गांधी नहर पर हो रहे मरम्मत के दौरान किसानों ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की थी. जहां भ्रष्टाचार की बू नजर आई, जो निर्माण कार्य किए जा रहे हैं. उनमें गुणवत्ता सही नहीं है. जहां माल सामग्री ज्यादा लगाई जानी चाहिए थी. वहां कम लगाई जा रही है. ऐसे में नहर का टिक पाना मुश्किल रहेगा.
बता दें कि नहर पर मरम्मत कार्य करवाने के लिए नहर को एक महीने के लिए बंद करवाया गया है. ऐसे में नहर बंद करने की तिथि आगामी 27 अप्रैल को समाप्त हो जाएगी. उसके बाद नहर में पानी आ जाएगा. ऐसे में सवाल उठता है कि इतने दिनों में मरम्मत कार्य कैसे पूरा होगा और इसकी जांच कैसे होगी.