हनुमानगढ़. जिला कलेक्ट्रेट के सामने पिछले 200 दिनों से किसानों का धरना लगातार जारी है. किसानों का आरोप है कि सरकार और प्रशासन इतने दिनों में भी किसानों की सुध नहीं ले रही है, लेकिन वे भी अपनी मांग पर अड़े हुए हैं. उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती, वे यहां से नहीं हटेंगे.
बता दें कि पंजाब के अमृतसर से लेकर गुजरात के जामनगर तक बनने वाले 754K हाईवे के लिए सरकार ने किसानों की जो भूमि अवाप्ति की है, उसके बदले में उन्हें नाममात्र का मुआवजा दिया जा रहा है. इसी बात को लेकर किसान जिला कलेक्ट्रेट के सामने पिछले 200 दिनों से लगातार धरने पर बैठे हैं.
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किसानों का आरोप है कि हरियाणा और पंजाब की तर्ज पर उन्हें मुआवजा नहीं दिया जा रहा है. इन्हें यहां मात्र 4 लाख रुपए प्रति बीघा के हिसाब से मुआवजा दिया जा रहा है, जबकि दूसरे राज्यों में 25 से 30 लाख रुपए बीघा के हिसाब से मुआवजा दिया जाता है. उनका कहना है कि उन्हें भी दूसरे राज्यों के हिसाब से मुआवजा दिया जाए. उन्होंने कहा कि अब दूसरे जिलों में भी आंदोलन शुरू कर दिया गया है और यह तब तक जारी रहेगा, जब तक उनकी मांगे नहीं पूरी नहीं की जाती.
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हालांकि, किसानों की पूर्व में प्रशासन के साथ वार्ता हो चुकी है. लेकिन वार्ताओं में कोई नतीजा नहीं निकला, इसके चलते किसान पिछले 200 दिनों से धरने पर बैठे हैं और उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि भी आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे और यहां से बिल्कुल नहीं हटेंगे, जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती.