हनुमानगढ़. केन्द्र सरकार के संशोधित तीन नए कृषि कानून के खिलाफ हनुमानगढ़ में किसान संगठन और राजनीतिक दल विरोध कर रहे हैं. दिल्ली में धरने पर बैठे किसानों के समर्थन में जिला स्तर पर भी विरोध-प्रदर्शन किए जा रहे हैं. किसानों का कहना है कि केंद्र सरकार की वार्ता विफल होने और कोई सहमति नहीं बनने पर किसानों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है.
शनिवार को हनुमानगढ़ में माकापा पार्टी की ओर से सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया गया. हनुमानगढ़ माकापा के नेताओं, कार्यकर्ताओं और किसानों ने शिव मंदिर सिनेमा मार्ग पर स्थित रिलायंस मार्ट पर विरोध-प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. हनुमानगढ के गांव चंदड़ा से किसानों का एक दल दिल्ली धरने में शामिल होने के लिए भी रवाना हुआ.
माकापा नेता रघुवीर वर्मा ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार किसान और मजूदर विरोधी तो है ही, साथ में देश के उच्च घरानों अडानी, अंबानी के इर्द-गिर्द घूमती है. उन्हें लाभ पहुँचाने के लिए आये दिन नए कानून नियम लागू करती है. कृषि कानून बनाने में भी सरकार की यही मंशा है, जिसे पूरा नहीं होने दिया जाएगा. जब तक सरकार ये कृषि कानून वापिस नहीं लेती तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.
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एक तरफ जहां केंद्र सरकार कृषि कानूनों को किसान हितैषी बताते हुए इनको रद्द करने के मूड में बिल्कुल नहीं दिख रही है, वहीं विपक्षी पार्टियां भी शांत होती नजर नहीं आ रही हैं. जिले में हो रहे बन्द, धरने-प्रदर्शनों के चलते आमजन को परेशानियां उठानी पड़ रही हैं.