डूंगरपुर. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत मंगलवार देर शाम को एक दिवसीय दौरे पर डूंगरपुर पहुंचे. यहां भाजपा कार्यालय में प्रेस वार्ता की. इस दौरान मंत्री शेखावत ने राज्य सरकार के 1 साल के शासन को सबसे खराब बताया. कहा कि कांग्रेस ने साल 2018 में विधानसभा चुनाव में जनता से जो वायदे और घोषणा पत्र जारी किया था. उसमें से एक भी काम आज तक नहीं हुआ है और राजस्थान की जनता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही है.
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले जनता से 426 से ज्यादा वायदे अपने घोषणा पत्र में किए थे. जिसमें सबसे पहला वायदा एक से 10 तक की गिनती राजस्थान किसानों को पढ़ाई गई थी. कहा था कि 10 दिन में राजस्थान के 55 लाख से ज्यादा किसानों के 99 हजार करोड़ रुपए का कर्ज माफ करेंगे. लेकिन आज किसान खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है. कांग्रेस ने केवल 5 हजार करोड़ का कर्जा माफ किया है. जो कि आंशिक रूप से जो पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय प्रक्रिया में था.
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साथ ही शेखावत ने कहा कि आज का युवा भी ठगा महसूस महसूस कर रहा है. कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में वायदा किया था, कि प्रत्येक बेरोजगार युवा को 3500 रुपये प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा. लेकिन कांग्रेस ने सरकार में आते ही यह भत्ता भी नहीं दिया.
इसके अलावा युवाओं को नौकरियों का वायदा किया था. तत्कालीन बीजेपी सरकार ने जो भर्तिया निकाली थी उन्हें छोड़ दें तो कांग्रेस ने एक भी युवा को अब तक नौकरी नहीं दी है. संविदा पर काम करने वाले कर्मचारियों को भी कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में लिखा था कि डेढ़ लाख लोग जो संविदा पर कार्यरत हैं उन्हें नियमित करेगी, लेकिन आज वे भी ठगा महसूस कर रहे हैं.
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किसानों के बिजली बिल पर बाले शेखावत
मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने किसानों के बिजली भुकतान को लेकर भी राज्य सरकार पर निशाना साधा. मंत्री ने कहा कि राजस्थान के किसान को एक फिक्स राशि तक बिजली का बिल भी नही चुकाना पड़े ऐसी व्यवस्था तत्कालीन भाजपा सरकार ने की थी. कांग्रेस ने बिजली का बिल नहीं बढ़ाने का किसानों से वादा किया था, लेकिन आज कांग्रेस उस वायदे के खिलाफ पिछले दरवाजे से 90 पैसा सेस में बढ़ाने का काम कर रही है.
कानून व्यवस्था बनाने में विफल है सरकार...
प्रदेश में महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहे हैं, ऐसी बात कांग्रेस ने कहकर सरकार में आई. लेकिन आज पूरे देश में राजस्थान शर्मसार है. देश में महिलाओं के प्रति सर्वाधिक अत्याचार की घटनाएं राजस्थान में बढ़ी है. करीब 65 प्रतिशत महिला अत्याचार का ग्राफ बढ़ा है. राजस्थान में कानून की व्यवस्था बिगड़ती जा रही है. थानों से अपराधी पिस्टल के दम पर भाग रहे हैं. राजस्थान में पिछले 1 साल में ही अपराध का ग्राफ 37 प्रतिशत की दर से बढ़ा है. सरकार हर एक मोर्चे पर विफल साबित हुई है.
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भ्रष्टाचार में राजस्थान पहले नंबर पर...
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राजस्थान सरकार केवल एक मोर्चे पर ही प्रगति की है और वह अशोक गहलोत की सरकार के शासन का प्रतिफल है. 'ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल' एक इंटरनेशनल संस्था है जिसने एक इंडेक्स जारी किया है, जिसमें बताया है कि भ्रष्टाचार में राजस्थान पहले नंबर पर है. यह हम सभी के लिए शर्म की बात है, जबकि केंद्र की मोदी सरकार के नेतृत्व में पूरे देश मे भ्रष्टाचार कम हो रहा है. केंद्रीय मंत्री ने नागरिकता संशोधन बिल पर भी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया और इस बिल को ऐतिहासिक बताया.