डूंगरपुर. राज्य बाल संरक्षण आयोग के मेंबर राजीव मेघवाल बुधवार को डूंगरपुर पहुंचे. पुलिस और जिला बाल संरक्षण इकाई के मेंबर के साथ ये टीम हेड मास्टर के दरिंदगी की शिकार 6 बेटियां के गांव पहुंची. आयोग मेंबर के सामने ही नन्ही बेटियां ने हेड मास्टर की करतूतें बयां कर दीं. वहीं आयोग मेंबर ने भी हेड मास्टर पर लगे आरोपों की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि पीड़ित छात्राओं की संख्या और बढ़ेगी.
मेघवाल ने सर्किट हाउस में जिला बाल संरक्षण इकाई के अध्यक्ष भावेश जैन के साथ सभी मेंबर से बात की. इसके बाद मेघवाल के साथ टीम नाबालिग छात्राओं से मिलने उनके गांव पहुंची. आयोग की टीम ने उस स्कूल का भी दौरा किया, जहां नाबालिग छात्राओं के साथ घटना हुई. वहीं छात्राओं से मुलाकात करते हुए हेड मास्टर रमेशचंद्र कटारा की हरकतों के बारे में पूछा. मेघवाल ने बताया कि उन्होंने 10 छात्राओं से बात की है. मासूमों ने उनके साथ हुई घटना बताई है, जिससे वारदात की पुष्टि होती है. उन्होंने कहा कि अब तक 6 बेटियो ने अपने बयान दिए हैं, लेकिन जिन बेटियों के साथ ये घटना हुई है, उनकी संख्या बढ़ सकती है.
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मेघवाल ने बताया कि गांव जाने के बाद ऐसे ही 3 और मामले सामने आए हैं. वे पहले डर के कारण सामने नहीं आ रहे थे. उन्होंने कहा कि गांव के लोगों ने स्कूल के स्टाफ को हटाने की मांग की है, जिस पर सरकार को लिखेंगे और भरोसा दिलाएंगे की उनकी बेटियां सुरक्षित हैं. वहीं आयोग की टीम ने अब तक की पुलिस की कार्रवाई और मामले में लगाई गई धाराओं से संतुष्टि जताई है. आरोपी हेड मास्टर के रिमांड पूरा होने पर बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने आरोपी हेड मास्टर को जेल भेज दिया है.