डूंगरपुर. जिले के दोवड़ा थाना क्षेत्र में स्कूल पढ़ने गई तीसरी कक्षा की नाबालिग छात्रा के लापता होने के बाद पुलिस में हड़कंप मच गया था. हालांकि पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तफ्तीश की तो 8 साल की नाबालिग अपनी ही नाबालिग बड़ी बहन के साथ अहमदाबाद में मिली, जिसे बालिका गृह में रखा गया है.
पुलिस के मुताबिक 8 वर्षीय नाबालिग रतनपुरा स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ाई करती है. माता-पिता की पहले ही मौत हो जाने के कारण काका जितेंद्र के साथ रहती थी. वहीं, उसकी 16 साल की बड़ी बहन अहमदाबाद में मजदूरी करती है.
22 अगस्त को नाबालिग स्कूल में पढ़ने गई थी, उसी दरम्यान बड़ी बहन भी अहमदाबाद से आई और सीधे ही राधा के स्कूल पंहुच गई. जहां वह छोटी बहन से मिली और उसे अपने साथ लेकर अहमदाबाद चली गई. इसके बारे में ना तो स्कूल प्रशासन को बताया और न ही काका को. भतीजी जब घर नहीं पंहुची तो काका जितेंद्र दो दिनों तक खुद ही खोजबीन करता रहे. इसके बाद 24 अगस्त को दोवड़ा थाने पंहुचकर रिपोर्ट दर्ज करवाई. इस पर पुलिस ने 8 वर्षीय नाबालिग के गायब होने पर अपहरण का केस दर्ज करते हुए मामले में तफ्तीश शुरू कर दी.
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दोवड़ा थानाधिकारी भानु प्रताप सिंह ने मामले में जांच के लिए अलग-अलग टीमें गठित की और कई पहलुओं पर पड़ताल की तो पता चला कि नाबालिग गुजरात के अहमदाबाद में है. जिस पर दोवड़ा पुलिस ने अहमदाबाद क्राइम ब्रांच की मदद ली और मोटार स्टेडियम के पास एक बिल्डिंग में काम कर रही बड़ी बहन तक पंहुची. इसके बाद कुछ ही दूरी पर झोपड़ी में रह रही नाबालिग को दस्तयाब कर लिया.
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पुलिस ने जब दोनों बहनों से पूछताछ कि तो बताया कि काका जितेंद्र नाबालिग भतीजी को परेशान करते थे. उससे काम करवाते थे. इस कारण बड़ी बहन उसे 22 अगस्त को स्कूल से ही सीधे अहमदाबाद लेकर चली गई थी. पुलिस दोनों को डूंगरपुर लेकर पंहुची और बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया. जहां से दोनों को मुस्कान संस्थान बालिका गृह में भेज दिया गया है. नाबालिग बहनों ने काका के साथ जाने से साफ इंकार कर दिया है. वहीं. पुलिस अब मामले में दोनों बहनों के बयान लेने के बाद आगे की कार्रवाई करेगी.